गोरखपुर में पांच हत्यारोपितों ने कोर्ट में किया समर्पण, मतदान के दिन हुई थी वारदात
गिलगिल दूबे गांव से प्रधानी का चुनाव लड़ रहे थे। 15 अप्रैल को मतदान के दिन ही उनकी हत्या कर दी गई थी। उनके परिवार के धर्मेंद्र नारायण दूबे ने 12 लोगों के विरुद्ध नामजद मुकदमा कराया। इस मामले में आरोपित फरार चल रहे थे।
गोरखपुर,जेएनएन। खजनी थाना क्षेत्र के परसाडाड़ निवासी राघवेंद्र नारायण उर्फ गिलगिल दूबे की हत्या में नामजद पांच आरोपितों ने कोर्ट में समर्पण कर दिया। इस मामले के दो अभियुक्त अभी फरार चल रहे हैं। चार आरोपितों की पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
गिलगिल दूबे गांव से प्रधानी का चुनाव लड़ रहे थे। 15 अप्रैल को मतदान के दिन ही उनकी हत्या कर दी गई थी। उनके परिवार के धर्मेंद्र नारायण दूबे ने 12 लोगों के विरुद्ध नामजद मुकदमा कराया। इस मामले में फरार चल रहे आरोपित परसाडाड़ निवासी जोखू यादव, विवेक यादव व शशांक यादव तथा खजनी क्षेत्र के ही बोगा गांव निवासी रिंकू यादव व पिंटू यादव ने कोर्ट में समर्पण कर दिया। दो दिन पहले ही पुलिस ने इन आरोपितों के विरुद्ध कुर्की की कार्रवाई शुरू करते हुए उनके घर पर नोटिस चस्पा किया था। इस मामले में परसाडाड़ निवासी आरोपित शंभू यादव, देवेंद्र यादव, अभिषेक यादव, अभिषेक पासवान को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। खजनी क्षेत्र के बरडाड़ निवासी आरोपित मनोज तिवारी, परसाडाड़ निवासी अजय यादव और प्रभुनाथ यादव अभी फरार चल रहे हैं।
भूमि विवाद में मारपीट, पांच घायल
गोला थाना क्षेत्र के डाड़ी गांव में पट्टीदारी के विवाद में गुरुवार को हुई मारपीट में दोनों पक्ष से पांच लोग घायल हो गए हैं। एक पक्ष के लोगों ने विरोधियों पर चाकू से हमला करने का भी आरोप लगाया है। गांव के इंद्रासन और राम प्रसाद पट्टीदार हैं। चार साल से उनके बीच बंटवारे को लेकर विवाद चल रहा है। उसी रंजिश में गुरुवार सुबह दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए। मारपीट में एक पक्ष से इंद्रासन और उनके पुत्र शैलेश व उमेश तथा दूसरे पक्ष से राणा प्रताप व उनकी पत्नी गीता देवी घायल हो गई हैं। इंद्रासन के पुत्र शैलेश ने अपने ऊपर चाकू से हमला किए जाने का दावा किया है। एसएसआइ दिग्विजय नाथ राय ने बताया कि दोनों पक्ष की तहरीर मिली है। घायलों को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए भेजा गया है। डाक्टर की रिपोर्ट के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।