गोरखपुर के पांच अस्पतालों ने लौटाए कोविड इलाज के नाम पर वसूले गए अधिक रुपये
गोरखपुर में कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों से ज्यादा रुपये लेने के मामले में कार्रवाई हुई है। कमिश्नर की सख्ती के बाद पांच अस्पतालों ने मरीजों को तीन लाख 61 हजार 623 रुपये लौटा दिए हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण के बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों से ज्यादा रुपये लेने के मामले में कार्रवाई हुई है। कमिश्नर की सख्ती के बाद पांच अस्पतालों ने मरीजों को तीन लाख 61 हजार 623 रुपये लौटा दिए हैं। कमिश्नर ने स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को निर्देश दिए हैं कि अब ज्यादा रुपये वसूलने वाले अस्पतालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए।
कमिश्नर ने दी चेतावनी
कमिश्नर रवि कुमार एनजी ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बाद अस्पतालों में इलाज के लिए भर्ती मरीजों के स्वजन ने ज्यादा रुपये लेने के आरोप लगाए थे। कोविड प्रोटोकाल के साथ ही कोरोना संक्रमितों के इलाज के लिए अधिकतम धनराशि लेने की सीमा शासन ने पहले ही तय कर रखी है। जांच में पांच अस्पतालों में ज्यादा वसूली मिली। इसके बाद मरीजों के स्वजन को रुपये वापस दिलाए गए।
इन्होंने वापस किए रुपये
अस्पताल रुपये मरीज
डिग्निटी बशारतपुर 100709 अभय कुमार
मृत्युंजय खोवा मंडी गली 81104 स्व. विनोद यादव
न्यू प्रकाश, मेडिकल रोड 38000 सुरेश कुमार गुप्ता
आस्था, तारामंडल 41810 संजय उपाध्याय
मेडिहब, देवरिया बाईपास 100000 अजीत प्रताप सिंह
संक्रमण काल में शुरू हो गई थी वसूली
कोरोना संक्रमण काल में कोविड मरीजों के इलाज के लिए शासन ने शुल्क निर्धारित कर दिया था। बावजूद इसके अनेक कोविड अस्पतालों ने निर्धारित शुल्क से ज्यादा रुपये वसूल लिए।
आठ से 18 हजार रुपये में करना था मरीजों का इलाज
शासन ने विभिन्न श्रेणियों के अस्पतालों को आठ से 18 हजार रुपये में मरीजों के इलाज का निर्देश दिया था। लेकिन अस्पतालों ने इससे कई गुना अधिक वसूले।
कमिश्नर ने बनाई है जांच समिति
कोविड संक्रमण काल के दौरान निजी अस्पतालों द्वारा शासन से निर्धारित दर से अधिक रुपये लेने वाले अस्पतालों की जांच के लिए समिति बनाई है। अनेक मरीजों ने अस्पतालों द्वारा अधिक रुपये लिए जाने की शिकायत की थी। जांच के बाद समिति शिकायत सही पाई। इसके बाद कमिश्नर के आदेश पर अस्पतालों ने रुपये वापस किए।