महराजगंज के पांच बस चालक हुए बीमार, दिल्‍ली सहित कई रुटों पर सेवाएं प्रभावित

परिवहन निगम की मुख्य कड़ी कहे जाने वाले चालकों की एक तरफ कमी तो दूसरी तरफ अस्वस्थ होना अब रोडवेज को बीमार कर रहा है। महराजगंज के पांच चालक वाहन चलाने में अनफिट हैं। वह नेत्र व अन्य बीमारियों से ग्रसित हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 06:15 PM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 06:15 PM (IST)
महराजगंज के पांच बस चालक हुए बीमार, दिल्‍ली सहित कई रुटों पर सेवाएं प्रभावित
धनेवा स्थित वर्कशाप में खड़ी बस । जागरण

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : परिवहन निगम की मुख्य कड़ी कहे जाने वाले चालकों की एक तरफ कमी, तो दूसरी तरफ अस्वस्थ होना, अब रोडवेज को बीमार कर रहा है। महराजगंज के पांच चालक वाहन चलाने में अनफिट हैं। वह नेत्र व अन्य बीमारियों से ग्रसित हैं, इसलिए दिल्ली सहित कई रूटों की सेवाएं प्रभावित हो गई हैंचालकों के बीमार होने से विभाग के सामने भी दिक्‍कत खड़ी हो गई है।

52 बसें हैं महराजगंज बस डिपो में

महराजगंज बस डिपो में कुल 52 बसें हैं। इसमें आठ बसें अनुबंधित हैं। इन बसों के संचालन के लिए 114 चालक और 114 परिचालक की आवश्यकता है लेकिन वर्तमान में सिर्फ तैनाती 77 चालक और 79 परिचालक ही है। 37 चालकों और 35 परिचालकों का पद रिक्त है। एक तो विभाग वैसे ही चालकों, परिचालकों के अभाव में जूझ रहा हैं। उस पर चालकों का बीमार हो जाना रोडवेज के लिए मुसीबत बन गया है।

बीमार चल रहे हैं ये चालक

चालक श्रीराम मिश्र फरवरी, शीलचंद और विजय कुमार मार्च, रविंद्र मिश्र अप्रैल और ज्ञानेंद्र मिश्र जून से अवकाश पर हैं। इनमें किसी की आखों की रोशनी धुंध पड़ गई तो कोई गंभीर बीमारी से ग्रसित है। इसके कारण बस चलाने में सक्षम नहीं है। अवकाश समाप्त होने के बाद अब यह अवैतनिक अवकाश पर हैं।

इन रूटों के यात्रियों की बढ़ गई परेशानी

महराजगंज-दिल्ली, ठूठीबारी-निचलौल-महराजगंज-गोरखपुर, सिसवा-घुघली, शिकारपुर-गोरखपुर, बांसपार ढेकही आदि रूटों की सेवाएं प्रभावित हैं। जिसके कारण यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

चालकों के बीमार होने से कुछ रूटों की सेवाएं हुईं प्रभावित

महराजगंज बस डिपो के एआरएम महेंद्र पांडेय ने कहा कि चालकों के बीमार होने से कुछ रूटों की सेवाएं प्रभावित हुईं हैं, लेकिन यात्रियों की सुविधा के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तहत उन रूटों पर बसों का संचालन किया जा रहा है। बीमार चालकों को लखनऊ में जांच कराने के निर्देश दिए गए हैं। निदेशालय से रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही उनकी क्षमता के अनुसार कार्य लिया जाएगा।

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