34 रेलकर्मियों का आनलाइन हुआ समापक भुगतान, अब नहीं करनी होगी भागदौड़
सेवानिवृत्ति से पहले समापक भुगतान पेंशन और पास को लेकर रेलवेकर्मियों को चिंता नहीं करनी होगी। पहले सेवा पुस्तिका में नाम पता और अन्य विवरण को लेकर उन्हें भागदौड़ करनी पड़ती थी। घर बैठे एचआमएसएस के पोर्टल पर सेवानिवृत्ति सहित पदोन्नति इंक्रीमेंट अवकाश आदि से संबंधित अपडेट सूचनाएं मिलती रहेंगी।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : सेवा पुस्तिका में नाम, पता और अन्य विवरण को लेकर रेलकर्मियों को भागदौड़ नहीं करनी पड़ेगी। सेवानिवृत्ति से पहले समापक भुगतान, पेंशन और पास को लेकर भी चिंता नहीं करनी होगी। घर बैठे ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट सिस्टम (एचआरएमएस) के पोर्टल या एप पर सेवानिवृत्ति सहित पदोन्नति, इंक्रीमेंट, ट्रांसफर, अवकाश आदि से संबंधित अपडेट सूचनाएं मिलती रहेंगी।
रेलकर्मियों की सेवा पुस्तिका आनलाइन किया रेलवे प्रशासन ने
पूर्वोत्तर रेलवे प्रशासन ने रेलकर्मियों की सेवा पुस्तिका आनलाइन कर दी है। पूर्वोत्तर रेलवे मुख्यालय में 30 जुलाई को पहली बार 34 रेलकर्मियों का एचआरएमएस पर ही समापक भुगतान किया गया। सेवानिवृत्ति से पहले रेलकर्मियों को सेवा पुस्तिका दुरुस्त कराने के लिए कार्मिक से लगायत लेखा विभाग तक दौड़ लगानी पड़ती थी। अब एचआरएमएस पर आनलाइन पास भी बनने लगे हैं। पीएफ निकासी के लिए आवेदन भी आनलाइन मांगे जा रहे हैं।
एचआरएमएस पर ही लिखी जाएगी एपीएआर
रेलकर्मियों की वार्षिक कार्य निष्पादन रिपोर्ट (एपीएआर) की फाइल नहीं तैयार होगी। एपीएआर भी एचआरएमएस पोर्टल पर लिखी जाएगी। आवश्यकता पड़ने पर कर्मचारी ही नहीं संबंधित अधिकारी भी रिपोर्ट देख सकेंगे। रेलकर्मी की सेवा से संबंधित सभी कार्य इस सिस्टम पर ही आनलाइन संपादित होंगे।
कर्मचारियों की सुविधा के लिए लागू किया गया है एचआरएमएस
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी पंकज कुमार सिंह के अनुसार कर्मचारियों की सुविधा के लिए एचआरएमएस लागू किया गया है। इसके माध्यम से कर्मचारी छुट्टी, सुविधा पास, पदोन्नति, इंक्रीमेंट एवं अन्य विवरण देख सकते हैं। इस माह से सेवानिवृत्त होने वाले रेलकर्मियों का समापक भुगतान भी शुरू कर दिया गया है।
बिना मास्क के पकड़े गए 79 रेलयात्री
रेलवे स्टेशन पर बिना मास्क व बिना टिकट के खिलाफ सघन जांच अभियान जारी है। स्टेशन डायरेक्टर आशुतोष गुप्ता की टीम ने मास्क नहीं पहनने पर 79 यात्रियों को पकड़ लिया। उनसे जुर्माने के रूप में 7900 रुपये वसूल किए गए। दस यात्री बिना टिकट पकड़े गए। उनसे भी 7870 रुपये जुर्माना वसूल किया गया।