साढ़े 15 हजार संक्रमितों ने कोरोना को दी मात
देवरिया कोरोना वायरस खतरनाक है। लक्षण दिखने के बाद भी जांच और इलाज में लेटलतीफी से बड़ी
देवरिया: कोरोना वायरस खतरनाक है। लक्षण दिखने के बाद भी जांच और इलाज में लेटलतीफी से बड़ी संख्या में लोगों की जान जा चुकी है वहीं जिन्होंने लक्षण दिखने पर अपना इलाज समय से कराया, उनकी जान बच गई। जिले के साढ़े 15 हजार से अधिक लोगों ने इसी तरह कोरोना पर जीत हासिल की है। डाक्टरों के दवा इलाज से कोरोना महामारी में 15798 मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए हैं। लोग घर में आइसोलेट रहते हुए स्वस्थ हुए, यह स्वास्थ्य विभाग के लिए बड़ी कामयाबी है।
कोरोना महामारी में जो भी लोग होम आइसोलेशन में ठीक हुए उनके बारे में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे डा. इनायत हुसैन का कहना है कि समय रहते कोविड जांच कराने और नियमित रूप से दवाएं खाते रहने का यह परिणाम है। इसमें लगातार बढ़ोतरी हो रही है। कोरोना से दूसरी लहर में करीब 100 से अधिक लोगों की जान गई। इसमें अधिकांश तो कमजोर इम्युनिटी वाले और पुरानी किसी न किसी बीमारियों से ग्रसित रहे। बाकी ऐसे लोगों की जान गई, जिनके अस्पताल पहुंचने में काफी देर हो चुकी थी। उनके फेफड़े 70 फीसद से अधिक संक्रमित मिले। इनके इलाज में डाक्टरों का वश नहीं चला। बड़ी तादात में ऐसे मरीज अस्पताल आए, जिनका आक्सीजन सैचुरेशन 50 के आसपास था। इस हालत वाले लोगों की जान बचना मुश्किल होता है। अगर समय रहते कोविड जांच हो जाए तो इलाज भी सही समय पर शुरू हो जाता है। होम आइसोलेशन में हजारों लोगों ने बीमारी से निजात पाई यह अच्छी बात है।
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-अभी तक हुई जांचें- 533214
-कोरोना से हुई मौतें-167
-अब तक पाजिटिव- 18686
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डाक्टर और स्वाथ्यकर्मियों का योगदान सराहनीय
सीएमओ डा. आलोक पांडेय ने बताया की कोविड अस्पतालों और होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों के इलाज में चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की टीम लगातार कार्य कर रही है। होम आइसोलेशन वाले मरीजों की निगरानी करते हुए समय-समय पर दवा उपलब्ध कराया जा रहा है। चिकित्सकों की टीम के कारण अब तक जिले के 15798 मरीज कोरोना को मात देकर स्वस्थ हुए हैं।