हल्के में न लें बुखार, चेक कराते रहें बीपी- डेंगू के पाजिटिव मरीजों में फीवर के साथ लो हो रहा बीपी
मौसम बदलने के साथ लोग वायरल फिवर का शिकार हो रहे हैं। 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है। वायरल फिवर की चपेट में आए ऐसे लोग डेंगू का शिकार हो रहे हैं।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। यह डेंगू का समय चल रहा है। मौसम बदलने के साथ वायरल फीवर ने भी दस्तक दे दी है। दोनों बीमारियों में मरीज को बुखार होता है। बिना जांच के यह तय नहीं हो सकता कि डेंगू है या वायरल फीवर। डेंगू वाले मरीजों का ब्लड प्रेशर (बीपी) तेजी से गिर रहा है।
बीपी लो होने पर ले चिकित्सक की सलाह
ऐसे में बुखार होने पर यदि डेंगू की जांच न भी कराएं तो बीपी जरूरत नपवाते रहें। यदि लो हो रहा है तो तत्काल चिकित्सक को बताएं। बुखार वाले अनेक मरीज दवा खाते-खाते गंभीर हो गए। जब उनका बीपी चेक गया तो लो था। डेंगू की जांच में वे पाजिटिव मिले हैं।
अभी तक मिले चुके हैं डेंगू के चार मरीज
स्वास्थ्य विभाग द्वारा मान्य जिले में डेंगू के मरीज अब तक केवल चार मिले हैं, जो अब स्वस्थ हो चुके हैं। लेकिन निजी अस्पतालों में ढाई सौ से अधिक मरीजों का डेंगू का इलाज चल रहा है। उनका ब्लड प्रेशर तेजी के साथ गिर रहा है। हालांकि इस बार डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट््स गिरने की समस्या कम आ रही है।
रैपिड जांच में पाजिटिव मिल रहे हैं बुखार से पीडित मरीज
निजी पैथोलाजी में जांच कराने वाले लगभग 60 फीसद मरीज केवल बुखार से पीडि़त हैं, उनका प्लेटलेट्स सामान्य है लेकिन डेंगू की रैपिड जांच में पाजिटिव आ रहे हैं। ऐसे मरीजों में ब्लड प्रेशर लो होने की समस्या आ रही है। बुखार की दवा खाते-खाते वे गंभीर हो रहे हैं। इसलिए विशेषज्ञों ने बुखार के मरीजों को बराबर बीपी पर नजर रखने की सलाह दी है।
40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को अधिक एहतियात बरतने की जारूरत
जिला अस्पताल के फिजिशियन डा. राजेश कुमार बताते हैं कि 40 वर्ष की उम्र से ज्यादा हैं तो बुखार नहीं होने पर भी ब्लड प्रेशर व शुगर की नियमित जांच करानी चाहिए। यदि उम्र इससे कम है और बुखार है तो भी बीपी की जांच जरूर कराते रहें। हर बुखार डेंगू नहीं होता, इसलिए बिल्कुल न घबराएं। लेकिन सतर्कता जरूर बरतें। यदि बुखार होने के बाद बीपी लो हो रहा है तो तत्काल अपने चिकित्सक को बताएं।