एफसीआइ के गोदाम फुल, प्रतिदिन निकल रहा 18 हजार मीट्रिक टन चावल- रखने की जगह नहीं
एफसीआइ के नौ में से पांच गोदाम पूरी तरह से फुल हो चुके हैं। जो गोदाम हैं भी उनमें करीब 22 हजार मीट्रिक टन अनाज रखने की ही क्षमता रिक्त है और प्रतिदिन मिलों से 300 लाट यानी 18000 मीट्रिक टन चावल निकल रहा है।
गोरखपुर, उमेश पाठक। धान खरीद को लेकर सरकार की ओर से की गई बेहतर व्यवस्था का असर यह रहा कि मंडल के सभी जिलों में लक्ष्य से अधिक खरीद कुछ दिन पहले ही हो चुकी है। इतना धान खरीदा जा चुका है कि उससे मिलने वाले चावल के भंडारण को लेकर समस्या खड़ी हो गई है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआइ) के नौ में से पांच गोदाम पूरी तरह से फुल हो चुके हैं। जो गोदाम हैं भी, उनमें करीब 22 हजार मीट्रिक टन अनाज रखने की क्षमता रिक्त है और प्रतिदिन मिलों से 300 लाट यानी 18000 मीट्रिक टन चावल निकल रहा है। हजारों मीट्रिक टन चावल के भंडारण का संकट गहराता जा रहा है।
गोरखपुर मंडल में एफसीआइ के नौ गोदाम हैं। गोरखपुर जिले में तीन, महराजगंज में तीन, देवरिया में दो व कुशीनगर में एक गोदाम है। इसमें से गोरखपुर के गीडा स्थित गोदाम, महराजगंज के तीनों गोदाम, देवरिया का रघवापुर स्थित गोदाम पूरी तरह से भरा है।
गोदाम की होगी वैकल्पिक व्यवस्था
गोदाम में जगह की किल्लत देखते हुए एफसीआइ चौरीचौरा व देवरिया में एक-एक गोदाम किराए पर लेने की योजना बना रहा है। इन गोदामों की मरम्मत भी करायी जाएगी। पर, यहां भी अधिकतम 25 हजार मीट्रिक टन से अधिक चावल नहीं रखा जा सकता। रविवार की शाम को खाद्य विभाग के प्रमुख सचिव के साथ हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में यहां से कस्टम मिल्ड राइस (सीएमआर) बाहर भेजने की अपील की गई है। पूरे प्रदेश से 50 हजार मीट्रिक टन सीएमआर के लिए रेक की व्यवस्था थी, इसमें से आधा गोरखपुर को देने पर विचार किया जा रहा है।
साल भर की जरूरत से अधिक है चावल
अभी तक मंडल में करीब पांच लाख 45 हजार मीट्रिक टन धान की खरीद हो गई है। मिलों पर कुटाई के बाद तीन लाख 88 हजार मीट्रिक टन सीएमआर प्राप्त हो चुका है। इसे गोदाम में रखना है। प्रति माह करीब 24 हजार मीट्रिक टन चावल की खपत है। इस तरह एक साल के उपयोग से अधिक सीएमआर उपलब्ध हो चुका है। बाहर से आने वाली अनाज की रेक को फिलहाल स्थगित करने पर भी विचार किया जा रहा है।
जिला गोदाम कुल भंडारण क्षमता रिक्त भंडारण सीएमआर उतार की क्षमता
गोरखपुर नकहा 29800 2000 1800
कूड़ाघाट 28500 500 1200
गीडा 30240 शून्य 1800
महराजगंज बनगड़िया 40000 शून्य 3600
जोगियाबारी 10000 शून्य 1500
लोहरपुरवा 7000 शून्य 900
देवरिया रघवापुर 12180 शून्य 1800
उसरा बाजार 30240 1422 2700
कुशीनगर 90000 18339.79 2700
नोट : आंकड़े 16 जनवरी तक के हैं। सभी आंकड़े मीट्रिक टन में दिए गए हैं।
रोजाना निकल रहे सीएमआर के भंडारण को लेकर थोड़ी समस्या आ रही है। एफसीआइ के साथ मिलकर इसका निदान ढूंढा जा रहा है। एफसीआइ कुछ गोदाम किराए पर लेगी। इसके साथ ही शासन से रेक उपलब्ध कराने की मांग की गई है, जिससे सीएमआर बाहर भेजा जा सके। - संजीव रंजन, संभागीय खाद्य नियंत्रक।