खेती-किसानी : लाभकारी है गन्ने के साथ प्याज की सहफसली खेती

गन्ने के साथ प्याज की रोपाई करके किसान 135 से 145 दिन में एक एकड़ गन्ने के खेत से 60 से 70 क्विंटल प्याज की पैदावार ले सकते हैं। गन्ने के साथ प्याज की सहफसली खेती किसानों के लिए लाभकारी होती है।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 02:19 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 02:19 PM (IST)
खेती-किसानी : लाभकारी है गन्ने के साथ प्याज की सहफसली खेती
लाभकारी है गन्ने के साथ प्याज की सहफसली खेती। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। गन्ने के साथ प्याज की रोपाई करके किसान 135 से 145 दिन में एक एकड़ गन्ने के खेत से 60 से 70 क्विंटल प्याज की पैदावार ले सकते हैं। गन्ने के साथ प्याज की सहफसली खेती किसानों के लिए लाभकारी होती है। एनएचआरडीएफ-4 लाल, एनएचआरडीएफ-3 हल्का लाल, पूसा रेड, एग्रीफाउंड डार्क रेड, एग्रीफाउंड लाइट रेड प्याज की प्रमुख प्रजातियां हैं।

एक एकड गन्‍ने में लगता है चार किग्रा प्‍याज का बीज

एक एकड़ गन्ने के खेत में प्याज बोने के लिए चार से साढ़े चार किलो बीज की आवश्यकता होती है। प्याज की नर्सरी 45 से 50 दिन में रोपाई के लिए तैयार हो जाती है। गन्ने के साथ प्याज लगाने के लिए खेतों की अच्छी जुताई करके अंतिम जुताई के समय करीब 100 क्विंटल गोबर की सड़ी खाद मिला दें। गन्ने के पंक्तियों की दूरी एक दूसरे से 120 सेमी रखें। गन्ने की अधिक उपज देने वाली प्रमुख प्रजातियों में कोशा 13235, 9232, कोसे 13452, 11453, कोलख 14201 आदि किसानों को गन्ना विकास विभाग से मिल जाएगा।

प्‍याज के लिए खेत में डालें अलग से उर्वरक

इन्हें पंक्तियों में लगाएं। पंक्तियों के बीच के खाली स्थान पर प्याज लगेगी। प्याज के लिए खेतों में अलग से उर्वरक डाली जाए। प्याज के लिए खेत में 75 किलो एनपीएस, 30 किलो पोटाश का प्रयोग करके मिट्टी मिलाएं। उसके बाद नर्सरी में तैयार प्याज के पौधों की गन्ने के खेतों में रोपाई करें। 30 से 35 दिन बाद निराई करके खेतों से खरपतवार निकाल दें। समय-समय पर हल्की सिंचाई करें और रोपाई के 45 दिन बाद खेतों में 5 किलो गंधक का प्रयोग करें। प्याज में एलील डाई स्लाइड नामक पदार्थ पाया जाता है।

प्‍याज में मिलती है बिटामिन सी की मात्रा

गन्‍ना किसान संस्‍थान के सहायक गन्‍ना निदेशक ओम प्रकाश गुप्‍त बताते हैं कि इसी के चलते प्याज का छिलका उतारते समय आंखों में इसी के जलते जलन होती है। इसके चलते गन्ने में हानिकारक कीट का अंकुर बेधक नियंत्रण करता है। इसके चलते गन्ने के उपज में वृद्धि होती है। प्याज में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। प्याज में कैल्शियम, फास्फोरस, कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। एक एकड़ गन्ने के खेत में 60 से 70 क्विंटल प्याज का उत्पादन होता है।

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