किसानों को मिलेगा एक आंख वाला गन्ना बीज : डीसीओ

कुशीनगर में गन्ने की पैदावार बढ़ाने तथा फसल को रोगों से बचाने के लिए गेंदा सिंह गन्ना शोध संस्था किसानों को एक आंख वाला यानी सिंगिल वड गन्ना बीज देगा इससे किसानों को लाभ होगा फसल पर मौसम का असर काफी कम होगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 09:30 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 09:30 PM (IST)
किसानों को मिलेगा एक आंख वाला गन्ना बीज : डीसीओ
किसानों को मिलेगा एक आंख वाला गन्ना बीज : डीसीओ

कुशीनगर : पूर्वी उत्तर प्रदेश के सबसे अधिक गन्ना उत्पादन करने वाले जिले में गन्ना उत्पादन, चीनी परता बढ़ाने, फसल को रेडराट रोग से बचाने की कवायद शुरू हो गई है। शरद कालीन गन्ना बोआई के लिए शाहजहांपुर द्वारा विकसित अर्ली प्रजाति कोशा 13235 का एक लाख एक आंख वाला सिगिल वड गन्ना बीज दस चीनी मिल परिक्षेत्र के गन्ना किसानों को गेंदा सिंह गन्ना शोध संस्थान उपलब्ध कराएगा।

यह जानकारी गेंदा सिंह गन्ना शोध संस्थान के प्रभारी व जिला गन्ना अधिकारी वेद प्रकाश सिंह ने दी। उन्होंने बताया कि गन्ना किसानों को शरद कालीन गन्ने की खेती करने व सहफसली खेती को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों द्वारा जागरूक किया जा रहा है।

कहा कि जिले में दो लाख 21 हजार गन्ना किसान हैं। 1520 गांवों के 87 हजार गन्ना क्षेत्रफल है। दो वर्षों से अतिवृष्टि के कारण को 0.238 प्रजाति मे रेडराट रोग लगने से खेतों में गन्ना सूख रहा है। इस समस्या से बचने के लिए अर्ली प्रजाति के साथ सामान्य किस्म के गन्ना प्रजाति कोसे 8453, 11453, 13452, कोशा 9232, 8279 आदि की बोआई कर जल प्लावित खेतों से सूखने से बचाना होगा। एक आंख वाला सिगल वड सेवरही मिल के किसानों को 18 हजार, कप्तानगंज को 9 हजार, लक्ष्मीगंज को 8 हजार, खड्डा को 10 हजार, रामकोला खेतान को 8 हजार, पडरौना को 8 हजार, कठकुइयां को 7 हजार, छितौनी को 10 हजार, हाटा को 10 हजार,कसया गन्ना समिति को दो हजार एक आंख वाला गन्ना टुकड़ा देने का लक्ष्य है। यह गन्ना विकास विभाग के माध्यम से किसानों को उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए किसान अपने क्षेत्र के गन्ना पर्यवेक्षक से संपर्क कर गन्ना बीज प्राप्त कर सकते हैं।

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