गन्ना सप्लाई कैलेंडर में टिकट की संख्या दोगुनी दर्शाने से किसानों में उहापोह

बस्‍ती जिले के बभनान चीनी मिल के गन्ना सप्लाई कैलेंडर में नौ क्विंटल पर गन्ने का सप्लाई टिकट बनने से किसान परेशान हैं। इस बार किसानों के सप्लाई टिकट की संख्या दोगुनी कर दी गई है। मौजूदा पेराई सत्र के पहले 20 क्विंटल पर बैलगाड़ी का सप्लाई टिकट बनता था।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 06:05 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 06:05 AM (IST)
गन्ना सप्लाई कैलेंडर में टिकट की संख्या दोगुनी दर्शाने से किसानों में उहापोह
गन्ना सप्लाई कैलेंडर में टिकट की संख्या दोगुनी दर्शाने से किसानों में उहापोह। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। बस्‍ती जिले के बभनान चीनी मिल के गन्ना सप्लाई कैलेंडर में नौ क्विंटल पर गन्ने का सप्लाई टिकट बनने से किसान परेशान हैं। इस बार किसानों के सप्लाई टिकट की संख्या दोगुनी कर दी गई है। मौजूदा पेराई सत्र के पहले 20 क्विंटल पर बैलगाड़ी का सप्लाई टिकट बनता था, जबकि ट्राली पर दो प्रकार का,एक 40 व दूसरा 60 क्विंटल का सप्लाई टिकट जारी किया जाता था।

हकीकत में 18 क्विंटल पर जारी हो रहा सप्‍लाई टिकट

कैलेंडर में भले ही नौ क्विंटल की एक पर्ची दर्शा रहा है पर हकीकत में उन्हें 18 क्विंटल पर ही एक बैलगाड़ी का सप्लाई टिकट जारी हो रहा है, ऐसे में किसानों के हाथों में एक सप्लाई टिकट मिलने पर कैलेंडर से दो सप्लाई टिकट हटा दिए जा रहे हैं।

23 क्विंटल गन्‍ना होने पर हट जा रहा है तीसरी सप्‍लाई टिकट

यही नहीं अगर बैलगाड़ी पर 23 क्विंटल तौल हुआ तो तीसरी सप्लाई टिकट भी कैलेंडर से हट जा रहा है। गन्ना किसानों के बीच यह स्थिति साफ न होने से तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। किसान अनूप सिंह, बलराम सिंह ने बताया कि कैलेंडर में किसानों के सप्लाई टिकटों की संख्या तो दोगुनी हो गई, परंतु 23 क्विंटल गन्ना सप्लाई होने पर तीन सप्लाई टिकट कैलेंडर से हटाए जा रहे हैं। इसी प्रकार ट्राली की सप्लाई टिकट पर अगर 60 क्विंटल गन्ना की तौल होती है तो सात सप्लाई टिकट कैलेंडर से हटा दिए जा रहे हैं। गन्ना किसान नहीं समझ पा रहे हैं कि नौ क्विंटल की सप्लाई टिकट जारी करने के पीछे गन्ना विभाग का मकसद क्या है।

पहले 10 के गुणांक पर जारी होता था सप्‍लाई टिकट

जिला गन्ना अधिकारी मंजू सिंह ने बताया कि पहले 10 के गुणांक पर सप्लाई टिकट जारी किया जा रहा था। जैसे 20 क्विंटल पर बैलगाड़ी जबकि 40 व 60 पर ट्राली की पर्ची निर्गत होती थी। मौजूदा पेराई सत्र में अब नौ के गुणांक पर पर्ची जारी किया जा रहा है। इसी के चलते 18 क्विंटल पर पर्ची जारी की जा रही है। कैलेंडर में नौ क्विंटल की पर्ची दर्शाने के बारे में उन्होंने कहा कि पहले प्रदेश की अलग अलग चीनी मिलें अपने हिसाब से गुणांक का निर्धारण करती थी। अब पूरे प्रदेश में सप्लाई टिकट में एकरूपता हो इसके लिए नौ क्विंटल की पर्ची दर्शाई गई है।

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