किसानों ने जताई खुशी, कहा-आय दोगुनी करने वाला है इस बार का बजट

UP budget 2021 मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के लिए छह सौ करोड़ रुपये सरकारी नलकूपों से किसानों को मुफ्त पानी देने के लिए सात सौ करोड़ रुपये तथा किसानों को रियायती दर पर फसली ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चार सौ करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है।

By Satish chand shuklaEdited By: Publish:Tue, 23 Feb 2021 04:35 PM (IST) Updated:Tue, 23 Feb 2021 04:35 PM (IST)
किसानों ने जताई खुशी, कहा-आय दोगुनी करने वाला है इस बार का बजट
गोरखपुर के प्रतिशील किसान विपिन यादव की फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। बजट में सरकार ने खेती-किसानी पर खास मेहरबानी दिखाई है। इस पर किसानों ने काफी उत्साहजनक प्रतिक्रिया दी है। अधिकतर ने इस बार के बजट को किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में उठाया गया ठोस कदम बताया है। हालांकि कुछ किसानों ने कुछ और सुधारों की जरूरत पर भी बल दिया है।

वित्तिय वर्ष 2021-22 के बजट में सरकार ने आत्मनिर्भर कृषक समन्वित विकास योजना की घोषणा की गई है। इसके लिए सौ करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके अलावा मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना कल्याण योजना के लिए छह सौ करोड़ रुपये, सरकारी नलकूपों से किसानों को मुफ्त पानी देने के लिए सात सौ करोड़ रुपये तथा किसानों को प्रारंभिक सहकारी कृषि ऋण समितियों के माध्यम से रियायती दर पर फसली ऋण उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चार सौ करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। इसके साथ ही बीत रहे वित्तिय वर्ष के सापेक्ष आगमी वित्तिय वर्ष के लिए खाद्यान्न उत्पादन और बीज वितरण का लक्ष्य में वृद्धि की गई है।

क्या कहते हैं किसान

हरसेवकपुर नंबर दो चरगांवा के प्रगतिशील किसान विपिन का कहना है कि इस बार के बजट मेें सरकार ने किसानों का काफी ख्याल रखा है। बजट में प्रस्तावित योजनाओं के लागू होने के बाद किसानों की आय में काफी वृद्धि होगी। हालांकि कृषि यंत्रों पर दिए जा रहे अनुदान के तरीके में बदलाव करने की जरूरत है। इन यंत्रों को खरीदने के लिए किसान को पहले पूरी कीमत अदा करनी पड़ती है। अनुदान की राशि बाद में उनके खाते में आती है। बड़ी पंूजी का इंतजाम न कर पाने की वजह से अधिकतर किसान इन यंत्रों को खरीदने से वंचित रह जाते हैं। इसलिए सरकार को यह व्यवस्था बदलने पर विचार करना चाहिए।

प्रगतिशील किसान इस्माईलपुर पिपराइच निवासी रवि कुमार सिंह का कहना है कि बजट काफी अ'छा है। कृषि क्षेत्र की उन्नति के लिए काफी सुधारात्मक कदम उठाए गए हैं। किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। आत्मनिर्भरता बढ़ेगी। मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा की राशि बढ़ाकर भी सरकार ने सराहनीय कदम उठाया है। नए वित्तिय वर्ष में कृषि बीजों के वितरण का लक्ष्य बढऩे से हर किसान को आसानी से उन्नत किस्म के बीज उपलब्ध होगा। जिससे फसल की उत्पादकता बढ़ेगी और इसका लाभ किसानों को मिलेगा।

इससे बेहतर बजट कभी नहीं आया

प्रगतिशील किसान एवं जानीपुर कौड़ीराम के निवासी इंदु प्रकाश सिंह का कहना है कि पिछले 30 वर्षों से खेती-किसानी से जुड़ा हूं। इससे बेहतर बजट कभी नहीं आया। खाद-बीज पर अनुदान बढ़ाकर सरकार ने किसानों के हित में बड़ा कदम उठाया है। इसके साथ ही कृषि यंत्रों पर अनुदान मिलने खेती की लागत कम हो जाएगी। जिसका किसानों की आय पर काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। कृषक समन्वित विकास योजना के लिए बजट में सरकार ने सौ करोड़ रुपये का प्रावधान कर किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की योजना को काफी गति प्रदान की है। प्रगतिशील किसान नीबी सैनी गोला के निवासी राजेश दूबे का कहना है कि खेती के लिए मुफ्त पानी की देने की घोषणा सराहनीय है। इससे खेती की लागत में कमी आएगी। इसके अलावा सरकार ने बजट में कई सिंचाई परियोजनाओं की की घोषणा की है। जिससे प्रदेश के किसान लाभान्वित होंगे और उनके घर परिवार में खुशहाली आएगी। सरकार ने बजट में कृषि सेक्टर के विकास के लिए कई और ठोस कदम उठाए हैं। यह पहल सराहनीय है। इस बार का बजट किसानों को आत्मनिर्भर बनाकर प्रदेश और देश को समृद्धिशाली तथा शक्तिशाली बनाने की दिशा में उठाया गया ठोस कदम है।

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