किसानों ने जानी मौसम की बारीकियां

कृषि विज्ञान केंद्र सोहना में मंगलवार को कृषक-वैज्ञानिक संवाद आयोजित हुआ। अमृत महोत्सव कार्यक्रम में जलवायु पर अनुकूलित प्रजाति प्रौद्योगिकी व पद्धतियां विषय पर संवाद हुआ। केंद्र के अध्यक्ष डा. ओमप्रकाश ने कहा जलवायु परिवर्तन को लेकर किसान सचेत हो जाए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 Sep 2021 06:30 AM (IST) Updated:Wed, 29 Sep 2021 06:30 AM (IST)
किसानों ने जानी मौसम की बारीकियां
किसानों ने जानी मौसम की बारीकियां

सिद्धार्थनगर : कृषि विज्ञान केंद्र सोहना में मंगलवार को कृषक-वैज्ञानिक संवाद आयोजित हुआ। अमृत महोत्सव कार्यक्रम में जलवायु पर अनुकूलित प्रजाति, प्रौद्योगिकी व पद्धतियां विषय पर संवाद हुआ।

केंद्र के अध्यक्ष डा. ओमप्रकाश ने कहा जलवायु परिवर्तन को लेकर किसान सचेत हो जाए। इससे फसल को नुकसान पहुंचने की संभावना होती है। अनेक प्रकार के रोग पौधों में लगने लगते है। जलवायु के अनुकूल विकसित होने वाले खाद्यान्न जैसे तिलहन एवं दलहन की प्रजातियों की जानकारी प्राप्त कर उसकी खेती करें। विशेषज्ञ डा. डीपी सिंह ने कहा रबी की बोआई की अभी से तैयारी कर लें। अधिकतम उत्पादन देने वाली प्रजातियों के संबंध में विशेषज्ञों से भी सलाह ली जा सकती है। डा. एसएन सिंह ने कहा मशरूम व सब्जी की खेती से किसानों दोगुना लाभ प्राप्त कर सकते हैं। वैज्ञानिक विधि से खेती करने से उत्पादन में वृद्धि होती है। गृह विज्ञान विशेषज्ञ नीलम सिंह ने कहा स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाएं स्वावलंबी हो रही है। कृषि को अगर व्यवसायिक स्वरूप देकर रोजगार विकसित किया जा सकता है। जलवायु अनुकूल किस्मों से संबंधित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम का प्रसारण भी हुआ। लवकुश ओझा, रामउजागिर चौधरी, जुगानी मौर्य, श्रीराम यादव, राधेश्याम, मुकेश मिश्रा, फूलमती, रामदुलारी, खातून निशा, आरती, कुसुम आदि मौजूद रहे। छाए रहेंगे बादल, हल्की बारिश की संभावना सिद्धार्थनगर : कृषि विज्ञान केंद्र सोहना ने मंगलवार को अगले पांच दिनों के लिए मौसम एडवाइजरी जारी की। मौसम विशेषज्ञ सूर्य प्रकाश सिंह के अनुसार इन पांच दिन में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है। आसमान में बादल छाए रहेंगे। अधिकतम तापमान 34 से 35 और न्यूनतम तापमान 25 से 27 डिग्री सेल्सियस तक रहेगा। पूर्वी हवा सात से 13 किमी प्रति घंटा की गति से चलेगी। हवा में अधिकतम आद्रता 97 फीसद तक रहने की संभावना है। केंद्र में स्थापित स्वचालित मौसम स्टेशन ने सोमवार को 2.5 मिमी बारिश रिकार्ड किया है। पशुपालन विभाग के विशेषज्ञ डा. डीपी सिंह ने कहा कि बारिश समाप्त होने की स्थिति में आ गई है। पशुपालक सभी दुधारू पशुओं को आंतरिक परजीवी नष्ट करने के लिए कृमिनाशक दवा दें। व्यस्क भैंस व गाय को 90 मिलीलीटर एल्बम-आर को पानी में मिलाकर पिलाएं। छह माह से अधिक गर्भधारक भैंस या गाय को यह दवा नहीं देनी है।

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