साठी मक्के की बुआई कर मुनाफा कमा सकते हैं किसान भाई, इस तिथि से करें बुवाई Gorakhpur News
धान की बुआई का सीजन शुरू होने तक साठी मक्के की फसल तैयार हो जाती है। इसलिए धान की रोपाई भी समय से हो जाती है। अपै्रल का पूरा महीन साठी मक्के की बुआई के लिए उपयुक्त होता है।
गोरखपुर, जेएनएन। गेहूं की कटाई के बाद खाली हुए खेत में साठी मक्के की बुआई कर किसान भाई अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। खास बात यह है कि धान की बुआई का सीजन शुरू होने तक साठी मक्के की फसल तैयार हो जाती है। इसलिए धान की रोपाई भी समय से हो जाती है। अपै्रल का पूरा महीन साठी मक्के की बुआई के लिए उपयुक्त होता है। इस महीना सूरजमुखी, बसंतकालीन मुंगफली, उड़द और मुंग की भी खेती के लिए भी उपयुक्त होता है।
साठी मक्के का पंजाब साठी - 1 बीज बुआई के लिए उपयुक्त होता है। कृषि विज्ञान केंद्र बेलीपार के वैज्ञानिक डा. एसके तोमर बताते हैं कि अपै्रल की गर्मी में भी पंजाब साठी - 1 की पैदावार अ'छी होती है और 60 से 70 दिन के अंदर फसल पक कर तैयार हो जाती है। इसकी बुआई कतार में करनी चाहिए। कतार से कतार के बीच की दूरी एक फिट तथा बीज से बीज की दूरी आधा फिट रखना उपयुक्त होता है। इससे सिंचाई के साथ ही निराई-गुड़ाई में भी आसानी होती है। बुआई से पहले बीज को वैवस्टीन उपचारित कर लेना चाहिए।
दोमट मिट्टी वाले खेत में करें मुंगफली की बुआई
बसंतकालीन मुंगफली की बुआई के लिए अच्छी जल निकासी और दोमट मिट्टी वाले खेत का चयन करना चाहिए। अ'छी पैदावार के लिए एसजी 84 और एम 722 प्रजाति के बीज उपयुक्त होता है। इसकी फसल अगस्त के अंतिम सप्ताह से लेकर सितंबर के पहले सप्ताह तक तैयार हो जाता है। 38 किग्रा मुंगफली के स्वस्थ दाना बीज को 200 ग्राम थीरम में उपचारित करने के बाद राइजोवियम जैव खाद से उपचारित कर लेना चाहिए। इसके बाद एक फिट की दूरी पर कतार में बुआई करनी चाहिए। बीज से बीज की दूरी नौ इंच तक रखनी चाहिए।
मूंग व उड़द की बुआई के लिए समय उपयुक्त
अप्रैल माह में बुआई के लिए मुंग की पूसा वैशाखी और उड़द की टी-9 किस्म उपयुक्त होती है। मूंग की फसल 67 दिनों में उड़द की फसल 90 दिन में तैयार होती है। मूंग के बीज को बुआई से पहले वैवस्टीन और राइजावियम से उपचारित कर लेना चाहिए। इसके बाद छाया में सुखा लेना चाहिए। इसके बाद ही बुआई करनी चाहिए।