गोरखपुर में राप्ती नदी के जलस्तर में गिरावट, बढ़त पर रोहिन
गोरखपुर में बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 24 सेंटीमीटर नीचे आ चुका है। नदी के जलस्तर में गिरावट जारी है। हालांकि रोहिन नदी के जलस्तर में मामूली बढ़ोत्तरी दर्ज की गई।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : जिले में बाढ़ की स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है। राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 24 सेंटीमीटर नीचे आ चुका है। नदी के जलस्तर में गिरावट जारी है। हालांकि रोहिन नदी के जलस्तर में मामूली बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। अब तक 135 गांव बाढ़ से मुक्त हो चुके हैं। बाढ़ प्रभावित गांवों में 194 नाव लोगों के आवागमन के लिए अब भी चलायी जा रही हैं।
इस साल खतरे के निशान से काफी ऊपर था राप्ती, रोहिन व सरयू नदी का जलस्तर
राप्ती, रोहिन एवं सरयू नदियों का जलस्तर इस साल खतरे के निशान से काफी ऊपर था। राप्ती नदी ढाई मीटर तो रोहिन 2.75 मीटर ऊपर तक बह रही थी। रात नौ बजे राप्ती नदी का जलस्तर 74.74 मीटर रिकार्ड किया गया।
पांच घंटे में नदी के जलस्तर में एक सेमी की आई कमी
हालांकि पिछले पांच घंटे में नदी के जलस्तर में मात्र एक सेमी की कमी आई है। रोहिन नदी का जलस्तर शाम चार बजे 79.32 मीटर रिकार्ड किया गया। यह नदी शाम चार बजे 79.03 मीटर पर बह रही थी। जलस्तर में बढ़त जारी है, हालांकि नदी खतरे के निशान से काफी नीचे है। सरयू नदी अयोध्या पुल के पास उतार पर है, जबकि तुर्तीपार में बढ़त दर्ज किया गया।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य जारी
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार सिंह ने बताया कि इस साल 398 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए थे, लेकिन अब 263 गांव ही प्रभावित रह गए हैं। 400 नाव की तैनाती की गई थी, जबकि इस समय केवल 194 नाव ही संचालित हैं। 57 में से केवल तीन बोट ही इस समय उपयोग में लिया जा रहा है।
एक लाख 11 हजार राहत किट का हुआ वितरण
अब तक एक लाख 11 हजार 142 खाद्यान्न राहत किट का वितरण किया जा चुका है। 26 हजार लीटर से अधिक मिट्टी का तेल वितरित किया गया है।