पुलिसिया कार्रवाई में विलंब होने से राहत में हैं फर्जी शिक्षक Gorakhpur News

बेसिक शिक्षक विभाग बस्‍ती में फर्जी शिक्षक मिलने का सिलसिला जारी है। शासन की सख्‍ती पर विभाग ने इनकी धरपकड़ तो तेज कर दी है लेकिन पुलिसिया कार्रवाई में विलंब होने से फर्जी शिक्षक सलाखों के पीछे नहीं पहुंच पा रहे हैं।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 15 Jan 2021 11:40 AM (IST) Updated:Fri, 15 Jan 2021 11:40 AM (IST)
पुलिसिया कार्रवाई में विलंब होने से राहत में हैं फर्जी शिक्षक Gorakhpur News
कार्रवाई नहीं होने से राहत में हैं फर्जी शिक्षक। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन : बेसिक शिक्षक विभाग, बस्‍ती में फर्जी शिक्षक मिलने का सिलसिला जारी है। शासन की सख्‍ती पर विभाग ने इनकी धरपकड़ तो तेज कर दी है, लेकिन पुलिसिया कार्रवाई में विलंब होने से फर्जी शिक्षक सलाखों के पीछे नहीं पहुंच पा रहे हैं। जनपद में वर्ष 2020 में दस फर्जी शिक्षकों की सेवा समाप्त हुई और मुकदमा भी दर्ज हुआ, लेकिन गिरफ्तारी महज एक शिक्षक की हो पाई। वह भी एसटीएफ की सक्रियता के चलते। पुलिस सरकारी धन को बड़े पैमाने पर चूना लगाने वाले इन शिक्षकों को पकड़ने में पीछे रह गई।

बदल दिया गया सौ से अधिक शिक्षकों का पैन नंबर

मार्च, 2020 में आयकर रिटर्न दाखिल होने के समय विभाग की वेबसाइट पर सौ से अधिक शिक्षकों का पैन नंबर बदल दिया गया। इसके बाद विभाग में हलचल तेज हो गई। छानबीन में दस शिक्षक ऐसे पाए गए, जिनका पैन नंबर पूरी तरह बदला हुआ मिला। यह शिक्षक रडार पर आ गए। सभी का वेतन बाधित होने के साथ प्रपत्रों की जांच शुरू करा दी गई। आखिरकार यह सभी शिक्षक फर्जी निकले। सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद भी गिरफ्तारी सिर्फ एक की हो पाई। वह भी एसटीएफ ने 10 जनवरी को रुधौली ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय कथकपुरवा में दीपक कुमार सिंह के नाम पर तैनात फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार किया है। जिसका वास्तविक नाम शेषनाथ सिंह है।

नहीं हो पा रही रिकवरी

जुलाई, 2020 में बर्खास्त किए गए छह फर्जी शिक्षकों से वेतन रिकवरी का आगणन लगभग तीन करोड़ रुपये का तैयार हुआ था। बाद में पाए गए चार अन्य फर्जी शिक्षकों के रिकवरी का अनुमानित आगणन डेढ़ करोड़ रुपये है। वसूली के लिए प्रशासन को रिपोर्ट दी गई थी, लेकिन रिकवरी फूटी कौड़ी नहीं हुई।

यह हो चुके हैं बर्खास्त

वर्ष, 2020 में बनकटी ब्लाक के गुलरिहा सेरमा में तैनात सतीश प्रसाद, बोदवल में तैनात निर्मला देवी, प्राथमिक विद्यालय पड़री विकास में तैनात मार्कंडेय त्रिपाठी, गौर ब्लाक के पूमावि कटया में तैनात विपिन कुमार, कुदरहा ब्लाक के प्राथमिक स्कूल कबरा खास में तैनात प्रियंका चौधरी, सल्टौआ ब्लाक के प्राथमिक स्कूल बढ़या सरदहा में तैनात ध्रुव नरायण, हर्रैया के प्राथमिक स्कूल बड़हरकला में तैनात मालती पांडेय, पूरे अवधी में तैनात रिंकी सिंह, कुदरहा ब्लाक के पूमावि बानपुर में तैनात राणा प्रताप सिंह, दुबौलिया के प्राथमिक विद्यालय दुबौली कला में तैनात तैनात पुनीता पांडेय की सेवा समाप्त हो चुकी है। इन सभी का वास्तविक नाम कुछ और है। फर्जी नाम से नौकरी चल रही थी। अब यह लोग फरार चल रहे हैं।

अभी चल रही है जांच

बस्‍ती के बीएसए जगदीश शुक्‍ल ने बताया कि संदिग्ध शिक्षकों की जांच अभी भी चल रही है। कुछ शिक्षक कार्रवाई की जद में अभी और आ सकते हैं। सत्यापन रिपोर्ट आने के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा। जहां तक गिरफ्तारी और रिकवरी की बात है तो यह प्रशासन तय करेगा।

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