माडल शाप की जांच करने पहुंचा था फर्जी आबकारी इंस्पेक्टर, जानें- फ‍िर क्‍या हुआ Gorakhpur News

माडल शाप पर जांच करने पहुंचे फर्जी आबकारी इंस्पेक्टर को पकड़ लिया गया। पूछताछ के बाद आबकारी विभाग की टीम ने फर्जी इंस्पेक्टर को कोतवाली पुलिस को सौंप दिया।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 13 Dec 2019 01:02 PM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 03:48 PM (IST)
माडल शाप की जांच करने पहुंचा था फर्जी आबकारी इंस्पेक्टर, जानें- फ‍िर क्‍या हुआ Gorakhpur News
माडल शाप की जांच करने पहुंचा था फर्जी आबकारी इंस्पेक्टर, जानें- फ‍िर क्‍या हुआ Gorakhpur News

गोरखपुर, जेएनएन। देवरिया में एक माडल शाप पर जांच करने पहुंचे फर्जी आबकारी इंस्पेक्टर को पकड़ लिया गया। पूछताछ के बाद आबकारी विभाग की टीम ने फर्जी इंस्पेक्टर को कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। आबकारी निरीक्षक सदर ने कार्रवाई के लिए तहरीर दी है। पूछताछ में पता चला कि वह मत्स्य पालन विभाग देवरिया में तैनात है।

रिश्‍वत मांगने पर हुआ शक

देवरिया शहर के सीसी रोड पर चंद्रकला देवी केडिया के नाम से माडल शाप है। शाप पर एक युवक पहुंचा और अपने को आबकारी इंस्पेक्टर बताते हुए कागजात मांगे। इस दौरान उसने दुकान के रजिस्टर पर बकायदा निरीक्षण करने की रिपोर्ट लिखी। इसके बाद पांच हजार रुपये की मांग की, जिस पर सेल्समैन को संदेह हुआ और उसने अपने मैनेजर को इसकी जानकारी दी। मैनेजर ने जिला आबकारी अधिकारी को सूचित किया।

सख्‍ती हुई तो स्‍वीकार अपना अपराध

मौके पर आबकारी निरीक्षक अमरेंद्र सिंह पहुंचे और उसे पकड़ लिया। पूछताछ की तो उसने फर्जी होने की बात कबूल की। इसके बाद आबकारी इंस्पेक्टर ने जालसाज को कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। पूछताछ में जालसाज ने अपना नाम रितेश शाही, निवासी चौतीसा, थाना बड़हलगंज, जिला गोरखपुर बताया। आबकारी निरीक्षक अमरेंद्र सिंह ने कहा कि इस मामले में तहरीर दे दी गई है।

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