पूर्वांचल के किसानों पर रुपये की बारिश करेगा एथेनाल, एक वर्ष में 20 करोड़ लीटर एथेनाल का होगा उत्पादन

गोरखपुर-बस्ती मंडल के गन्ना किसानों पर शीघ्र ही एथेनाल रुपयों की बारिश करेगा। गन्ने के लिए मशहूर इस बेल्ट के किसान गन्ने की खेती से मालामाल होंगे। गोरखपुर की रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गोरखपुर-बस्ती मंडल के गन्ना किसानों को बड़ी ऊर्जा दे गए हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 10:15 AM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 09:55 PM (IST)
पूर्वांचल के किसानों पर रुपये की बारिश करेगा एथेनाल, एक वर्ष में 20 करोड़ लीटर एथेनाल का होगा उत्पादन
पूर्वांचल में शीघ्र ही गन्‍ने से एथेनाल बनना शुरू होगा। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददादता। अगले दो वर्षों में गोरखपुर-बस्ती मंडल के गन्ना किसानों पर एथेनाल रुपयों की बारिश करेगा। गन्ने के लिए मशहूर इस बेल्ट के किसान गन्ने की खेती से मालामाल होंगे। गोरखपुर की रैली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गोरखपुर-बस्ती मंडल के गन्ना किसानों को बड़ी ऊर्जा दे गए हैं। किसानों को लगने लगा है कि उनका आने वाला समय काफी बेहतर होने वाला है।

कच्चे तेल के आयात पर खर्च होते हैं सात लाख करोड़ रुपये

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी खाद कारखाना परिसर से स्पष्ट संकेत दे गए हैं कि प्रतिवर्ष कच्चे तेल के आयात पर खर्च होने वाले पांच से सात लाख करोड़ रुपये की लागत को कम किया जाएगा। इसके स्थान पर एथेनाल को प्रमोट कर किसानों की आय बढ़ाई जाएगी। एथेनाल का निर्माण पर्यावरण संरक्षण के लिए भी शुभ संकेत है। प्रधानमंत्री के इस मिशन में गोरखपुर-बस्ती मंडल के किसान बड़ा योगदान देने वाले हैं। उन्हें इसका अच्छा लाभ भी मिलेगा। इसकी बड़ी वजह है कि अगले दो वर्षों में प्रदेश के गोरखपुर-बस्ती मंडल में सर्वाधिक एथेनाल प्लांट होंगे।

शीघ्र लगेंगे एथेनाल प्लांट

गोरखपुर की पिपराइच व मुंडेरवा की बस्ती चीनी मिल में 120-120 किलोलीटर क्षमता का एथेनाल प्लांट लगने वाला है। अर्थात रोजाना 1.20-1.20 लाख लीटर एथेनाल का उत्पादन। इन दोनों चीनी मिलों में एक वर्ष के भीतर एथेनाल प्लांट लग जाएगा और उसका उत्पादन भी शुरू हो जाएगा। पिपराइच चीनी मिल के मुख्य अभियंता अजय श्रीवास्तव का कहना है कि चीनी मिल में एथेनाल प्लांट लगाने की तैयारी चल रही है। यह किसानों के लिए शुभ संकेत है। इसके अलावा धुरियापार चीनी मिल परिसर में भी रोजाना एक लाख लीटर क्षमता वाले एथेनाल प्लांट लगाने की कैबिनेट से स्वीकृति मिल चुकी है। 1200 करोड़ की यह परियोजना दो वर्षों के भीतर पूरी हो जाएगी। यहां गन्ने की पत्ती, पुआल, गेहूं व मक्के के डंठल से एथेनाल तैयार किया जाएगा।

फरवरी से गीडा में शुरू हो जाएगा एथेनाल का उत्पादन

आइजीएल गीडा में भी एथेनाल प्लांट का निर्माण किया जा रहा है। आइजीएल गीडा के बिजनेस हेड एसके शुक्ला ने बताया कि आगामी फरवरी माह तक इसका निर्माण पूरा हो जाएगा और रोजाना एक लाख लीटर एथेनाल का उत्पादन होगा। यहां अनाज से एथेनाल का उत्पादन होगा। इससे भी किसानों को लाभ होगा। इसके अलावा बस्ती के रुधौली स्थित बजाज चीनी मिल में पहले से एथेनाल प्लांट की व्यवस्था है। वहां से रोजाना 100 किलोलीटर एथेनाल का उत्पादन किया जा रहा है। बता दें अगले दो वर्षों के भीतर गोरखपुर-बस्ती मंडल में कुल पांच एथेनाल प्लांट होंगे और रोजाना 540 किलोलीटर एथेनाल का उत्पादन होगा। अर्थात वर्ष भर में करीब 20 करोड़ लीटर एथेनाल का उत्पादन सिर्फ गोरखपुर बस्ती मंडल से होगा। बता दें वर्तमान में यूपी के किसान विभिन्न एथेनाल प्लांटों के जरिये 100 करोड़ लीटर एथेनाल विभिन्न तेल कंपनियों को भेज रहे हैं। दो वर्ष बाद सिर्फ 20 करोड़ लीटर एथेनाल सिर्फ गोरखपुर-बस्ती मंडल से ही जाएगा।

जानिए कैसे होगा लाभ

चीनी मिलों की संख्या अधिक होने से उसका उत्पादन अधिक होता है। इससे चीनी कीमत में कमी आती है। इसके चलते गन्ना किसानों के भुगतान को लेकर समस्या आती थी, लेकिन एथेनाल के उत्पादन से उसका उपयोग पेट्रोल-डीजल व शराब बनाने में किया जा सकेगा। इससे किसानों को भुगतान की कोई समस्या नहीं रहेगी। उनकी कमाई भी अच्छी होगी।

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