प्रधानों का सहयोग नहीं कर रहे कर्मचारी और सचिव, काम प्रभावित
आए दिन जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में नवनिर्वाचित प्रधान पहुंच रहे हैं। उनका कहना है कि सचिव गांव में नहीं आते और पूर्व प्रधान से प्रभावित हैं। मुख्यालय में अधिकारी इन प्रधानों को समझाते हैं कि सचिव प्रधान के सहयोग के लिए होते हैं वे उनका सहयोग करेंगे।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। 'साहब! ब्लाक पर तैनात कर्मचारी और गांवों में तैनात पंचायत सचिव सहयोग नहीं करते जिससे विकास प्रभावित हो रहा है। उन्हें बदल दीजिए। इस तरह की अपील लेकर कुछ ब्लाकों के प्रमुख एवं नवनिर्वाचित प्रधान मुख्य विकास अधिकारी तथा जिला पंचायत राज अधिकारी के कार्यालय में पहुंच रहे हैं। उनका आरोप है कि कर्मचारी पिछले कार्यकाल के जनप्रतिनिधियों के प्रभाव में वे विकास कार्यों में सहयोग नहीं कर रहे। कार्यालयों से प्रमुख व प्रधान आश्वासन पाकर वापस जा रहे हैं।
पूर्व प्रधान के प्रभाव में हैं कर्मचारी
आए दिन जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में नवनिर्वाचित प्रधान पहुंच रहे हैं। उनका कहना है कि सचिव गांव में नहीं आते और पूर्व प्रधान से प्रभावित हैं। मुख्यालय में अधिकारी इन प्रधानों को समझाते हैं कि सचिव प्रधान के सहयोग के लिए होते हैं, वे उनका सहयोग करेंगे। फिरभी यदि प्रधान सचिव को बदलने पर अड़े रहते हैं तो उन्हें सचिव को चेतावनी देने की बात कहकर संतुष्ट किया जाता है। कुछ ब्लाकों के ब्लाक प्रमुख प्रधानों के साथ पहुंच रहे हैं। वे ब्लाक के कुछ कर्मचारियों का वहां से स्थानांतरण चाहते हैं। उनका आरोप है कि नवनिर्वाचित प्रधानों को सहयोग नहीं मिल रहा है।
यहां पर प्रधानों का दो गुट आमने सामने
मेडिकल कालेज रोड पर स्थित एक ब्लाक में तो प्रधानों का दो गुट आमने-सामने आ चुका है। एक गुट कर्मचारियों को बदलने की मांग करता है तो दूसरा गुट उनके कार्यशैली की तारीफ करते हुए उन्हें सहयोग बताता है। इस गुट के प्रधान कहते हैं कि किसी भी कर्मचारी को बदलने की जरूरत नहीं है। दोनों पक्षों के लोग मुख्य विकास अधिकारी से भी मिल चुके हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर ने बताया कि कुछ शिकायतें मिल रही हैं। इस संबंध में जांच कराई जाएगी। यदि कोई सचिव या कर्मचारी मनमाने तरीके से काम करेगा तो उसपर कार्रवाई होगी।