देवरिया में 3.73 लाख रुपये का गबन, सचिव व पूर्व ग्राम प्रधान से की जाएगी वसूली
देवरिया भाटपाररानी विकास खंड के शंकरपुरा में शौचालय निर्माण व कूड़ा पात्र में तीन लाख 73 हजार रुपये का गबन पाया गया है। जिलाधिकारी ने पूर्व ग्राम प्रधान व सचिव से वसूली करने का निर्देश जारी किया है।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : देवरिया जिले में भाटपाररानी विकास खंड के शंकरपुरा में शौचालय निर्माण व कूड़ा पात्र में तीन लाख 73 हजार रुपये का गबन पाया गया है। जिलाधिकारी ने पूर्व ग्राम प्रधान व सचिव से वसूली करने का निर्देश जारी किया है। इनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराया जाएगा।
शौचालय व कूड़ा पात्र के नाम पर निकाले गए लाखों रुपये
वर्ष 2020 में गांव में शौचालय व कूड़ा पात्र के नाम पर लाखों रुपये निकाले गए। ग्रामीणों ने तत्कालीन ग्राम प्रधान व सचिव पर शौचालय निर्माण में धांधली करने का आरोप लगाते हुए जिलाधिकारी से शिकायत की थी। जिलाधिकारी ने जांच कराया। जांच में शौचालय निर्माण व कूड़ा पात्र खरीद में तीन लाख 72 हजार रुपये का गबन पाया गया। इसके बाद तत्कालीन ग्राम प्रधान नथुनी प्रसाद व सचिव वीरेंद्र सिंह को नोटिस जारी किया गया, लेकिन दोनों ने जवाब नहीं दिया। अब एक लाख 86 हजार रुपये तत्कालीन ग्राम प्रधान व सचिव से एक लाख 86 हजार रुपये वसूली करने का आदेश जारी किया गया है।
सीएमओ के निरीक्षण में एक डाक्टर समेत छह स्वास्थ्य कर्मी अनुपस्थित, वेतन रोका
सीएमओ डा. आलोक पांडेय ने चार अस्पतालों का निरीक्षण किया, जिसमें एक डाक्टर समेत छह कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। सभी का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा है। सीएचसी सलेमपुर में स्वास्थ्यकर्मी रंजीत कुमार सिंह एक अक्टूबर से अनुपस्थित पाए गए। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पड़री बाजार में एएनएम कौशल्या चौरसिया, प्रिंस कुमार वार्ड ब्वाय एक अक्टूबर से अनुपस्थित पाए गए। रविंद्र प्रताप सिंह भी अनुपस्थित मिले।
मुजुरी खुर्द में टीकाकरण में सब कुछ मिला ठीक
मुजुरी खुर्द में टीकाकरण का उन्होंने निरीक्षण किया, यहां सब कुछ ठीक मिला। सीएचसी परसिया चंदौर पहुंचे। डा. मनीष सिंह एक अक्टूबर से अस्पताल नहीं आ रहे हैं। रामाश्रय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तीन व चार को दो दिन अनुपस्थित पाए गए। सीएमओ ने बताया कि सभी का वेतन रोकते हुए उनसे स्पष्टीकरण मांगा गया है।