बिजली कट गई, मीटर हट गया फिर भी आ रहा बिल Gorakhpur News

मई में बिजली निगम ने कनेक्शन काटते हुए मीटर को अपने कब्जे में ले लिया था। मीटर उतारते समय उपभोक्ताओं को पीली पर्ची दी गई थी। बताया गया था कि जल्द ही अंतिम बिल दे दिया जाएगा। बिल अभी भी आ रहा है।

By Satish ShuklaEdited By: Publish:Thu, 26 Nov 2020 03:10 PM (IST) Updated:Thu, 26 Nov 2020 06:36 PM (IST)
बिजली कट गई, मीटर हट गया फिर भी आ रहा बिल Gorakhpur News
उपभोैक्‍ताओं के संबंध में बिजली मीटर का फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। मोहद्दीपुर से जंगल कौडिय़ा तक बन रहे फोरलेन की जद में आए मकान और दुकानों का बिजली कनेक्शन काटे हुए महीनों बीत चुके हैं। मीटर भी हटा लिया गया है, लेकिन अब भी इन मकानों और दुकानों का बिजली का बिल बन रहा है। स्थाई विच्छेदन (पीडी) न होने से फोरलेन की जद में आए मकान और दुकानों के बिजली उपभोक्ता परेशान हैं। 

पिछले साल फोरलेन का निर्माण शुरू हुआ था। गोरखनाथ इलाके में काफी पहले ही फोरलेन की जद में आए मकान और दुकानों को चिह्नित कर दिया गया था। मई में बिजली निगम ने कनेक्शन काटते हुए मीटर को अपने कब्जे में ले लिया था। मीटर उतारते समय उपभोक्ताओं को पीली पर्ची दी गई थी। बताया गया था कि जल्द ही अंतिम बिल दे दिया जाएगा।

गोरखनाथ ओवरब्रिज से सोनौली रोड पर उतरते ही दाहिने हाथ सुनील रहूजा का मकान है। सड़क चौड़ीकरण में मकान गिराया गया है। 18 मई को सुनील के घर का बिजली का मीटर उतार लिया गया। बताया गया कि जल्द ही स्थाई विच्छेदन (पीडी) कर दी जाएगी लेकिन अब तक बिल बन रहा है।  जंगल कौडिय़ा तक बन रहे फोरलेन चौड़ीकरण की जद में आई मनोज की दुकान का बिजली का मीटर हटा दिया गया था। बताया गया था कि जल्द ही अंतिम बिल बनाकर दे दिया जाएगा। यदि बिल पहले से जमा जमानत राशि से कम होगी तो बचा पैसा वापस किया जाएगा, नहीं तो रुपये जमा करने होंगे। अब तक अंतिम बिल नहीं दिया गया।

132 कनेक्शन काटे गए थे

बिजली निगम ने गोरखनाथ इलाके में फोरलेन निर्माण के समय 132 कनेक्शन काटे थे। इन कनेक्शन के मीटर स्टोर में जमा करा दिए गए थे। अधिशासी अभियंता एके सिंह का कहना है कि कनेक्शन कटने के बाद पीडी हो जाना चाहिए था। जल्द ही पीडी की प्रक्रिया पूरी कराई जाएगी।

घंटों गुल रही 10 हजार उपभोक्ताओं की बिजली

उपकरणों में खराबी आने से दो उपकेंद्रों से जुड़े 10 हजार से ज्यादा उपभोक्ता बुधवार को घंटों बिना बिजली के रहे। इस दौरान पानी का संकट भी खड़ा हो गया। नार्मल उपकेंद्र से जुड़े नौसढ़ फीडर का ज्वाइंट केबल चार दिन पहले जल गया था। अफसरों के निर्देश पर राजघाट फीडर से नौसढ़ को जोड़कर आपूर्ति दी जा रही थी। बुधवार को ज्वाइंट केबल मिला तो फीडर बंद कर इसे लगाया गया। इस कारण तकरीबन पांच घंटे इलाके की आपूर्ति प्रभावित रही।

बक्शीपुर स्थित पुराने उपकेंद्र के इनकमिंग नंबर एक का वैक्यूम प्रेशर बुधवार सुबह फट गया। इस कारण बक्शीपुर, नसीराबाद और हट्ठी माता स्थान फीडर बंद हो गए। तकरीबन ढाई घंटे बाद वैक्यूम प्रेशर बदलकर आपूर्ति बहाल कराई गई। 

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