गोरखपुर के गोलघर में जमीन से होगी बिजली की सप्लाई, अगले माह से नहीं दिखेंगे तार Gorakhpur News

शहर की हृदय स्थली कहे जाने वाले गोलघर के सुंदरीकरण का काम कोरोना संक्रमण के कारण कुछ धीमा हो गया था। बिजली निगम ने ज्यादातर स्थानों पर अंडरग्राउंड केबिल बिछाकर बाक्स लगा दिए थे लेकिन आपूर्ति नहीं शुरू हो पा रही थी।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 04:49 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 04:49 PM (IST)
गोरखपुर के गोलघर में जमीन से होगी बिजली की सप्लाई, अगले माह से नहीं दिखेंगे तार Gorakhpur News
बिजली निगम के संबंध में फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। गोलघर में अगले महीने से बिजली के तार नहीं दिखेंगे। अंडरग्राउंड केबिल से बिजली की आपूर्ति शुरू हो जाएगी। इसके लिए काम्पैक्ट ट्रांसफार्मर लगने लगे हैं। पांच ट्रांसफार्मरों से ट्रायल के तौर पर आपूर्ति दी जा रही है। गोरखनाथ क्षेत्र में आठ काम्पैक्ट ट्रांसफार्मर से आपूर्ति दी जा रही है।

शहर की हृदय स्थली कहे जाने वाले गोलघर के सुंदरीकरण का काम कोरोना संक्रमण के कारण कुछ धीमा हो गया था। बिजली निगम ने ज्यादातर स्थानों पर अंडरग्राउंड केबिल बिछाकर बाक्स लगा दिए थे लेकिन आपूर्ति नहीं शुरू हो पा रही थी। अब काम्पैक्ट ट्रांसफार्मर से आपूर्ति शुरू की जा रही है।

गोलघर में 14 ट्रांसफार्मर लगेंगे

काम्पैक्ट ट्रांसफार्मर एक हजार केवीए की क्षमता के होते हैं। यह पूरी तरह पैक होते हैं। यानी ट्रांसफार्मर की चपेट में आने से दुर्घटना की आशंका बिल्कुल खत्म हो जाती है। ट्रांसफार्मर के अंदर ही 11 हजार किलोवाट की लाइन की आपूर्ति भी दी जाती है। फाल्ट होने पर एक बटन से ट्रांसफार्मर को बंद किया जा सकता है। गोलघर इलाके में 14 काम्पैक्ट ट्रांसफार्मर लगाए जाने हैं। इनमें से पांच लग चुके हैं।

गोरखनाथ क्षेत्र में लगेंगे 34 ट्रांसफार्मर

मोहद्दीपुर से जंगल कौडिय़ा तक बन रहे फोरलेन के किनारे के मोहल्लों में काम्पैक्ट ट्रांसफार्मर से आपूर्ति दी जाएगी। विद्युत माध्यमिक कार्यखंड के अधिशासी अभियंता एमके गौड़ ने बताया कि मोहद्दीपुर से जंगल कौडिय़ा तक बन रहे फोरलेन के किनारे 34 काम्पैक्ट ट्रांसफार्मर लगाए जाने हैं। इनमें से आठ लग चुके हैं। गोरखनाथ थाने के पास, राजेंद्र नगर मोड़ के पास, वी-मार्ट के पास, गोरक्षनाथ हास्पिटल के पास, एमपी पालिटेक्निक, आदि इलाकों में आपूर्ति दी जा रही है। इस ट्रांसफार्मर के लगने से लो वोल्टेज की समस्या भी दूर हो रही है।

तेल का नहीं होता इस्तेमाल

काम्पैक्ट ट्रांसफार्मर में तेल का इस्तेमाल नहीं होता है। इस कारण यह ट्रांसफार्मर न तो जलते हैं और न ही जल्दी खराब होते हैं। ट्रांसफार्मर से निर्बाध आपूर्ति मिलने से उपभोक्ताओं को काफी सहूलियत होगी।

यहां लगने हैं ट्रांसफार्मर

इंटीग्रेटेड पावर डेवलपमेंट स्किम यानी आईपीडीएस के तहत नगरीय विद्युत वितरण खंड प्रथम के गोलघर, बेतियाहाता, विश्वविद्यालय चौराहा, अब्बासी चौराहा, तोता मैना चौक, गैस गोदाम गली, यूनाइटेड टाकिज, गोलघर गांधी गली, जलकल कार्यालय, इंदिरा बाल बिहार, एमपी इंटर कालेज के पास, नगर निगम गेट, मझौली चौक आदि स्थानों पर काम्पैक्ट ट्रांसफार्मर लगाए जाने हैं।

नगर निगम को करनी होगी पथ प्रकाश की व्यवस्था

अंडरग्राउंड केबिल से बिजली आपूर्ति व्यवस्था सुचारु होने के बाद नगर निगम प्रशासन को गोलघर इलाके में तकरीबन 50 स्थानों पर पथ प्रकाश की व्यवस्था करानी होगी। इन इलाकों से बिजली निगम अपने पोल हटा लेगा। इन पोल पर नगर निगम ने पथ प्रकाश की व्यवस्था की है। अधीक्षण अभियंता यूसी वर्मा का कहना है कि काम्पैक्ट ट्रांसफार्मर न सिर्फ सुरक्षा वरन बिजली आपूर्ति के लिए भी काफी अच्छे माने जाते हैं। ट्रांसफार्मर तेजी से लगाए जा रहे हैं। अंडरग्राउंड केबिल से आपूर्ति के बाद ओवरहेड लाइनें हटा दी जाएंगी।

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