कुशीनगर पहुंची ईडी की टीम, तीन चीनी मिलों को सील कर चस्पा किया नोटिस
ईडी के सहायक निदेशक राहुल वर्मा व सहायक प्रवर्तन अधिकारी दिनेश चौधरी की संयुक्त टीम कुशीनगर के छितौनी पहुंची जहां गेट पर नोटिस चस्पा किया। साथ ही खरीद-बिक्री गिरवी व उपहार आदि के अधिकार पर पाबंदी लगाते हुए चीनी मिल को सील कर दिया।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लखनऊ की टीम ने धन शोधन निवारण अधिनियम की धारा-4 के तहत बसपा सरकार में पूर्व एमएलसी इकबाल को करीब 1097 करोड़ में बेची गई प्रदेश की सात चीनी मिल को पहले ही जब्त कर लिया था। अगली कार्रवाई करते हुए शाम छह बजे ईडी के सहायक निदेशक राहुल वर्मा व सहायक प्रवर्तन अधिकारी दिनेश चौधरी की संयुक्त टीम छितौनी पहुंची, जहां गेट पर नोटिस चस्पा किया। साथ ही खरीद-बिक्री, गिरवी व उपहार आदि के अधिकार पर पाबंदी लगाते हुए चीनी मिल को सील कर दिया। इसके बाद टीम ने रामकोला खेतान व लक्ष्मीगंज चीनी मिल को भी सील करने की कार्रवाई की।
ईडी की जांच के बाद प्रदेश के सातों चीनी मिलों को कर लिया गया था जब्त
डेढ़ वर्ष से प्रवर्तन निदेशालय की ओर से की गई जांच के बाद 10 मार्च 2021 को प्रदेश के सातों चीनी मिलों को जब्त कर लिया गया था। इसमें बरेली, देवरिया, हरदोई, बाराबंकी व कुशीनगर की रामकोला खेतान, लक्ष्मीगंज व छितौनी चीनी मिल शामिल हैं। इन्हें बसपा सरकार ने वर्ष 2010-11 में पूर्व एमएलसी इकबाल को कौड़ियों के दाम बेच दी थी। प्रकरण से जुड़े जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने वर्ष 2016 में सीबीआइ को इकबाल के खिलाफ जांच करने का निर्देश दिया था। पूर्व एमएलसी इकबाल के सहारनपुर व दिल्ली स्थित आवासों पर छापेमारी कर सीबीआइ ने कई दस्तावेज बरामद किए थे। शिकायत संख्या- 1432/2021 में अधिनियम की धारा-6 के तहत गठित न्याय निर्णय टीम के अधिकारी की ओर से तीन सितंबर 2021 को आदेश की पुष्टि की थी। इसके बाद धारा-8 के आदेश के तहत छितौनी, रामकोला खेतान व लक्ष्मीगंज चीनी मिल को खरीदने वाली ओंकारा चीनी मिल के मालिक इकबाल के खरीद-बिक्री, गिरवी व उपहार के अधिकारी पर रोक लगा दिया गया है। सहायक निदेशक राहुल वर्मा ने बताया कि छितौनी, रामकोला खेतान व लक्ष्मीगंज चीनी मिल को सील कर दिया गया है। सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन को हैंडओवर किया जाएगा।
कुशीनगर के जिलाधिकारी व जिला जज ने किया जिला कारागार का निरीक्षण
कुशीनगर के जिला जज अशोक कुमार सिंह, जिलाधिकारी एस. राजलिंगम, पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल ने देवरिया जिला कारागार का निरीक्षण किया। जेल परिसर में कैदियों की भोजन व्यवस्था का निरीक्षण किया। उसके बाद चिकित्सा कक्ष में रोगियों से मिले। उनसे दवा इलाज मिलने के बारे में पूछा। जेलर से इसके बारे में पूरी जानकारी ली। कैदियों से मुलाकात की उनकी समस्याएं सुनीं। उनकी स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। महिला बैरक में महिला कैदियों से मिले और उनके साथ छोटे बच्चों के बारे में पूछताछ की। उनके स्वास्थ्य सुविधाओं के बारे में पूछा। महिला कैदियों की समस्याएं जानी। उन कैदियों के, जिनके कोई रिश्तेदार नहीं हैं या घरवाले नहीं हैं। उनके बारे में जानकारी लेने के साथ सरकारी वकील की व्यवस्था के बारे में भी चर्चा की। इस दौरान जेलर राजकुमार आदि मौजूद रहे।