पिपराइच चीनी मिल का डेढ़ करोड़ का शीरा अब यहां जाएगा Gorakhpur News
सितंबर में ही आबकारी आयुक्त ने आईजीएल गीडा गोरखपुर को शीरा विक्रय का आवंटन किया है। शीरा बिक्री के लिए लाइसेंस बनवाने जैसी अन्य जरूरी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है।
गोरखपुर, जेएनएन। पिपराइच चीनी मिल में डंप शीरे की बिक्री गीडा में होगी। शीरा विक्रय की प्रक्रिया शुरू होने के बाद प्रदेश सरकार ने इसका आवंटन आइजीएल को किया है।
चीनी मिल में 27500 क्विंटल शीरा
जानकारी के अनुसार बीते पेराई सत्र में चीनी मिल में 27500 क्विंटल शीरा तैयार हुआ था। मिल के महाप्रबंधक जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि सितंबर में ही प्रदेश सरकार के आबकारी आयुक्त ने आईजीएल गीडा गोरखपुर को शीरा विक्रय का आवंटन किया है। शीरा बिक्री के लिए चीनी मिल प्रबंधन लाइसेंस बनवाने जैसी अन्य जरूरी औपचारिकताओं को पूरा किया जा रहा है। इसके बाद शीरा की बिक्री शुरू की जाएगी। मौजूदा समय में 1.46 करोड़ रुपये मूल्य का शीरा उपलब्ध है।
एक रुपये से 531 रुपये पर पहुंची कीमत
प्रदेश सरकार की तरफ से पारित नई शीरा उद्योग नीति के चलते गत वर्ष जिस शीरा की बिक्री एक रुपये क्विंटल की गई थी इस समय वह 531 रुपये प्रति क्विंटल बिक रही है। जानकार बताते हैं कि दिल्ली प्रदूषण बोर्ड की सख्ती के कारण तमाम फैक्ट्रियों में ताला बंद हो गया है, जिसके चलते शीरे की कीमतों में अंतर आया है।
भुगतान में होगी सहूलियत
चीनी मिल जितना गन्ना पेराई करती है उसका पांच प्रतिशत शीरा बनता है। गत वर्ष दूसरे राज्यों में शीरा भेजने पर प्रदेश सरकार ने प्रतिबंध लगा दिया था। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तथा डिस्टेलरी पर कड़े नियमों के चलते रुधौली डिस्टेलरी बंद हो गई थी। शीरा की कीमतें बढऩे से गन्ना मूल्य भुगतान में सहूलियत होगी।