गोरखपुर से जुड़े 686 करोड़ की नशीली दवाओं के तार, भालोटिया मार्केट से हुई थी आपूर्ति

नेपाल सीमा से पकड़ी गईं 686 करोड़ की नशीली दवाओं के तार गोरखपुर से जुड़ गए हैं। ड्रग विभाग को इन दवाओं की आपूर्ति गोरखपुर के भालोटिया मार्केट से होने के साक्ष्य मिले हैं। 21 लाख रुपये की दवाओं की खरीद की रसीद विभाग को मिल गई है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 12 Aug 2021 08:05 AM (IST) Updated:Thu, 12 Aug 2021 01:54 PM (IST)
गोरखपुर से जुड़े 686 करोड़ की नशीली दवाओं के तार, भालोटिया मार्केट से हुई थी आपूर्ति
महराजगंज से बरामद 686 करोड़ की नशीली दवाओं के तार गोरखपुर से जुड़ रहे हैं। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। महाराजगंज में पकड़ी गई 686 करोड़ की नशीली दवाओं के तार गोरखपुर से जुड़ गए हैं। ड्रग विभाग को इन दवाओं की आपूर्ति गोरखपुर के भालोटिया मार्केट से होने के साक्ष्य मिले हैं। 21 लाख रुपये की दवाओं की खरीद की रसीद विभाग को मिल गई है। इस आधार पर यह तय हो गया है कि नशीली दवाओं की आपूर्ति भालोटिया के एक व्यापारी ने की थी। जल्द ही इस संबंध में व्यापारी से पूछताछ हो सकती है।

21 लाख रुपए की नशीली दवाओं की खरीद की रसीद मिली

भालोटिया की एक बड़ी दुकान से नशीली दवाओं के तस्करों का संबंध उजागर होता नजर आ रहा है। इस दुकान से समय-समय पर लाखों रुपए की दवाएं खरीदी गई हैं। कुछ दवाओं की रसीद व्यापारी नहीं दे पा रहा है। विभाग को अब तक 21 लाख रुपए की नशीली दवाओं की खरीद की रसीद मिली है। भालोटिया स्थित दुकान से महाराजगंज के भी दो व्यापारियों ने दवा खरीदी है। इन व्यापारियों की महाराजगंज में दवा की थोक व फुटकर दुकान है। इसके अलावा उन्होंने गोरखपुर में भी थोक दवा के कारोबार में मोटी रकम का निवेश किया है। इनमें से एक दुकान भालोटिया मार्केट में है। यही दुकान से दवाएं भेजी गई हैं। एक्सपायर हो चुकी दवाओं पर नया स्टीकर चस्पा कर बेचने की भी शिकायत मिली है।

नकली और नशीली दवाओं का कारोबार खतरनाक है। यह जानलेवा है। इस मामले की गहराई से जांच होनी चाहिए। दोषियों पर कठोर कार्रवाई हो। इस जांच के नाम पर किसी निर्दोष व्यापारी का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए। - आलोक चौरसिया, महामंत्री।

मामले की जांच तेजी से चल रही है। इसमें कुछ सबूत हाथ लगे हैं। कुछ थोक प्रतिष्ठानों की रसीद मिली है। जिनके आधार पर जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है। इस नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जाएगा। - एजाज अहमद, सहायक आयुक्त औषधि।

खजनी पुलिस ने शुरू की पूर्व पार्षद की तलाश

उधर, एडीजी की सख्ती के बाद खजनी पुलिस ने राजघाट क्षेत्र के रहने वाले पूर्व पार्षद रविंद्र निषाद की तलाश तेज कर दी है। सेवानिवृत्त होने से तीन दिन पहले दारोगा प्रदुम्मन सिंह द्वारा भेजी गई चार्जशीट को सीओ खजनी ने वापस थाने भेज दिया है। विवेचना में हटाई गई गंभीर धारा को बढ़ाया जाएगा। खजनी थाने के दारोगा दुर्गेश शुक्ला को केस की विवेचना सौंपी गई है। जमीन कब्जा करने, हत्या की कोशिश और धमकी देने के आरोपित रविन्द्र निषाद पर 15 हजार रुपये का इनाम घोषित है। एडीजी अखिल कुमार ने उसे सात दिन के भीतर गिरफ्तार करने के निर्देश एसपी साउथ को दिए है। जिसके बाद खजनी पुलिस ने राजघाट क्षेत्र में रहने वाले रविन्द्र की तलाश शुरू कर दी है।

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