गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान से नवाजे गए डॉ प्रदीप राव, 21 पुस्तकों का कर चुके हैं लेखन व संपादन

डाक्टर प्रदीप राव को प्रतिष्ठित गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान से सम्मानित किया गया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 07 Aug 2020 12:10 PM (IST) Updated:Sun, 09 Aug 2020 08:58 AM (IST)
गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान से नवाजे गए डॉ प्रदीप राव, 21 पुस्तकों का कर चुके हैं लेखन व संपादन
गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान से नवाजे गए डॉ प्रदीप राव, 21 पुस्तकों का कर चुके हैं लेखन व संपादन

गोरखपुर, जेएनएन। महाराणा प्रताप पीजी कालेज जंगल धूसड़ के प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार राव को हिंदुस्तानी अकादमी का प्रतिष्ठित गुरु गोरक्षनाथ शिखर सम्मान-2019 के लिए नामित किया गया है। यह सम्मान उन्हें उनकी पुस्तक ''गुरु गोरक्षनाथ एवं आदिकालीन साहित्य के लिए दिया जाएगा। सम्मान पाकर उन्होंने समूचे पूर्वांचल का मान बढ़ाया है। इतिहास और संस्कृति के मर्मज्ञ डॉ. रॉव सम्मान के लिए नामित होने से आह्लादित हैं। उन्होंने कहा कि इस पुरस्कार से उन्हें शोधपरक शैक्षिक कार्य करने का प्रोत्साहन मिला है।

उत्तर प्रदेश साहित्य संस्थान के सदस्य हैं डॉ. राव

डाक्टर प्रदीप राव देवरिया जिले के ग्राम नगवा खास के मूल निवासी हैं। वह 12 पुस्तकों का लेखन व नौ पुस्तकों का संपादन कर चुके हैं। प्राचीन भारतीय मुद्राएं, प्राचीन भारतीय लिपि, क्षत्रिय राजवंश, प्राचीन भारतीय धर्मदर्शन, प्राचीन भारत के प्रमुख शासक आदि शोधपरक पुस्तकें शोधार्थियों के लिए बेहद उपयोगी रहीं हैं।

डॉ. राव लंबे समय से अध्यापन के कार्य से जुड़े हुए हैं। उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान लखनऊ सहित कई महत्वपूर्ण साहित्यिक संस्थाओं के सदस्य भी हैं। महायोगी गोरक्षनाथ शोध पीठ दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के अधिशासी समिति के सदस्य के रूप में भी वह अपनी सेवाएं दे रहे हैं। दर्जनों राष्ट्रीय संगोष्ठियों में उनके शोध पत्र शामिल किये जा चुके हैं। वह लंबे समय से राष्ट्रीय संगोष्ठियों से जुड़े हुए हैं। साहित्यिक गतिविधियों में भी उनकी भूमिका अहम रहती है।

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