गोरखपुर में कोरोना का टीका लगवाने के ल‍िए खोजे नहीं म‍िल रहे दस लाख लोग

स्वास्थ्य विभाग को शासन ने मतदाता सूची के आधार पर 35 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य दिया है। इसमें 24.50 लाख को पहली डोज लगाई जा चुकी है। शेष बचे 10.50 लाख लोगों को खोजने में विभाग के पसीने छूट रहे हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Wed, 01 Dec 2021 07:30 AM (IST) Updated:Wed, 01 Dec 2021 01:24 PM (IST)
गोरखपुर में कोरोना का टीका लगवाने के ल‍िए खोजे नहीं म‍िल रहे दस लाख लोग
कोरोना वैक्‍सीनशन के ल‍िए स्‍वास्‍थ्‍य व‍िभाग को दस लाख लोग खोजे नहीं म‍िल रहे हैं। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, गजाधर द्विवेदी। शत-प्रतिशत कोविड टीकाकरण के लिए बूथों की संख्या ढाई सौ से ऊपर कर दी गई है, लेकिन टीकाकरण के लिए लोग आगे नहीं आ रहे हैं। इसे लेकर विभाग ने गांवों में सर्वे कराया तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। नौ ब्लाकों के 750 गांवों में सर्वे कराया गया। तीन सौ गांवों में सभी को पहली डोज लगा दी गई है। अन्य गांवों में 10.80 लाख लोगों से स्वास्थ्य विभाग की टीम ने संपर्क किया। इनमें से 8.39 लाख लोगों को पहली डोज लगाई जा चुकी है, अर्थात इन गांवों में 77.7 प्रतिशत लोगों को पहली डोज लगाई जा चुकी है। शेष बचे 2.40 लाख लोगों में से 1.01 लाख लोग बाहर रहते हैं। यहां रहने वालों ने टीका न लगवाने के अलग-अलग कारण बताए हैं। अन्य ब्लाकों में सर्वे चल रहा है।

स्वास्थ्य विभाग को शासन ने मतदाता सूची के आधार पर 35 लाख लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य दिया है। इसमें 24.50 लाख को पहली डोज लगाई जा चुकी है। शेष बचे 10.50 लाख लोगों को खोजने में विभाग के पसीने छूट रहे हैं। जब विभाग की टीमें गांवों में पहुंची और एक-एक घर जाकर वहां के निवासियों के बारे में जानकारी हासिल की तो ज्यादातर लोगों को टीका लगा था। जिन्हें टीका नहीं लग पाया है, उनमें से लगभग 58 प्रतिशत लोग बाहर रहते हैं। यहां रहने वालों ने टीका न लगवाने के अलग-अलग कारण बताते हुए कहा कि वे अब टीका लगवा लेंगे। दरसअल कुछ गर्भवती व धात्री (स्तनपान कराने वाली माताएं) के अलावा कुछ लोगों ने बीमारी की वजह से टीका नहीं लगवाया है। गर्भवती व धात्री को पहले टीकाकरण कराने पर रोक थी लेकिन बाद में शासन ने उन्हें टीका लगवाने की अनुमति दे दी। इसके बावजूद उन्होंने टीका नहीं लगवाया। अनेक बीमारियों से ग्रसित लोगों ने भी डरकर टीका नहीं लगवाया। अब उन्हें विभाग टीकाकरण के लिए प्रेरित कर रहा है।

इन ब्लाकों में हुआ सर्वे

बड़हलगंज

बेलघाट

भटहट

कैंपियरगंज

चरगांवा

जंगल कौड़िया

पाली

सरदार नगर

उरुवा

सर्वे- एक नजर

750 गांवों में किया गया सर्वे

1080256 लोगों से टीम ने किया संपर्क

839394 लोग टीकाकरण से आच्छादित मिले

240862 लोगों को नहीं लगी थी एक भी डोज

101137 लोग रहते हैं बाहर

139725 लोगों ने यहां रहने के बाद भी नहीं लगवाया टीका

10187 गर्भवती व धात्री ने नहीं लगवाया टीका

2986 लोगों ने बीमारी के नाते वैक्सीन नहीं लगवाई

23299 लोग टीका न लगवाने का कोई कारण नहीं बता पाए

103253 लोगों ने समय न मिलने के कारण नहीं लगवाया टीका

नौ ब्लाकों में सर्वे पूरा हो चुका है। लगभग 11 लाख लोगों से संपर्क करने की कोशिश की गई। बहुत कम संख्या में लोग टीकाकरण से वंचित मिले हैं। इनमें से आधा से अधिक लोग यहां रहते ही नहीं हैं। जो यहां हैं, उन्हें प्रेरित कर टीका लगाया जा रहा है। - डा. सुधाकर पांडेय, सीएमओ।

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