कुत्ता काटने वाले मरीजों को अब किसी भी पीएचसी पर नहीं लगेगा इंजेक्शन, जानें-क्या है कारण Gorakhpur News
सीएचसी पर एआरवी की व्यवस्था इसीलिए की गई है ताकि लोग उस अस्पताल व उसकी सुविधा के बारे में भी जान सकें और लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। जिस सीएचसी पर फ्रिज नहीं है वहां आसपास के पीएचसी पर ही अभी एआरवी लगाया जाएगा।
गोरखपुर, जेएनएन। कुत्ता काटने वाले मरीजों को अब प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों (पीएचसी) पर एंटी रैबीज इंजेक्शन (एआरवी) नहीं लगेगा। अब यह केवल जिला अस्पताल व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) पर ही लगाया जाएगा। इस निर्णय से मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। अब उन्हें अपने घर से दूर जाकर इंजेक्शन लगवाना होगा।
घर या गांव के पास स्थित पीएचसी पर अब एआरवी नहीं लगेगी। इसके लिए उन्हें वहां से दूर सीएचसी पर ही जाना होगा। पीएचसी पर यह सुविधा होने से आसपास के मरीजों को एआरवी लगवाने में आसानी होती थी। जब वहां खत्म हो जाता था, तब वे जिला अस्पताल आकर लगवाते थे।
शिवपुर सीएचसी पर फ्रिज नहीं
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोराबार में पहले एआरवी लगता था, अब वहां से थोड़ी दूर आगे स्थित सीएचसी, शिवपुर को यह जिम्मेदारी दे दी गई है लेकिन वहां फ्रिज नहीं है। इसलिए फार्मासिस्ट ने एआरवी तो इश्यू करा लिया लेकिन उसे पीएचसी खोराबार को सुपुर्द कर दिया है। ताकि खराब न हो। शिवपुर सीएचसी का एआरवी अभी पीएचसी खोराबार में ही लगेगा।
क्यों लिया गया निर्णय
सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि बहुत से सीएचसी नए बने हैं। वहां अच्छी व्यवस्था है। 30 बेड की सुविधा है लेकिन ज्यादातर मरीजों को उनके बारे में पता नहीं है। अस्पताल खाली पड़ा रहता है और पीएचसी पर भीड़ ज्यादा होती है। पीएचसी बहुत पहले से हैं और सड़क के किनारे हैं। लगभग सभी नए सीएचसी सड़क से थोड़ा अंदर हैं। सीएचसी पर एआरवी की व्यवस्था इसीलिए की गई है ताकि लोग उस अस्पताल व उसकी सुविधा के बारे में भी जान सकें और लोगों को अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें। सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय का कहना है कि जिस सीएचसी पर फ्रिज नहीं है, वहां आसपास के पीएचसी पर ही अभी एआरवी लगाया जाएगा। शीघ्र ही सभी सीएचसी पर फ्रिज की व्यवस्था कर दीर जाएगी।