UP Budget 2021: अस्पतालों में बढ़ेंगी सुविधाएं, आम आदमी को मिलेगा अच्छा इलाज

UP Budget 2021 आयुष्मान भारत योजना मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना मातृत्व वंदन योजना राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन डायग्नोस्टिक व्यवस्था व शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर अच्छा-खासा धन खर्च करने की योजना बनाई है। इससे अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ेंगी और आम आदमी को लाभ मिलेगा।

By Satish chand shuklaEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 09:30 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 09:30 PM (IST)
UP Budget 2021: अस्पतालों में बढ़ेंगी सुविधाएं, आम आदमी को मिलेगा अच्छा इलाज
बजट पर प्रतिक्रिया व्‍यक्ति करने के संबंध में डाक्‍टरों की प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। राज्य सरकार के बजट में भारी-भरकम धनराशि स्वास्थ्य क्षेत्र में खर्च को लेकर डाक्टर उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि बजट में सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र पर ज्यादा तवज्जो दी है। आयुष्मान भारत योजना, मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना, मातृत्व वंदन योजना, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन,  डायग्नोस्टिक व्यवस्था व शहरी स्वास्थ्य केंद्रों पर अच्छा-खासा धन खर्च करने की योजना बनाई है। इससे अस्पतालों में सुविधाएं बढ़ेंगी और आम आदमी को अच्छा इलाज मिलेगा। मेडिकल कालेजों में क्रिटकल केयर यूनिट की स्थापना से गंभीर मरीजों की जान बचने की संभावना बढ़ जाएगी।

बीआरडी मेडिकल कालेज के पूर्व प्राचार्य डा. राकेश सक्सेना का कहना है कि सरकार ने मेडिकल कालेजों व चिकित्सा संस्थानों में क्रिटिकल केयर यूनिट की स्थापना पर बल दिया है। यहां मेडिकल कालेज में यह पर्याप्त है। लेकिन अन्य जिलों में खुलने से गंभीर मरीजों की जान आसानी से बचाई जा सकेगी।

गोरखपुर के पूर्व सीएमओ डा. एमपी सिंह का कहना है कि बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र पर सरकार ने ज्यादा तवज्जो दी है। सभी योजनाओं पर भारी-भरकम धनराशि खर्च करने का प्रावधान किया गया है। इससे आम आम आदमी को अच्छा इलाज मिलेगा। अस्पताल की दशा भी सुधरेगी।

फिजिशियन डा. एके मल्ल के अनुसार सरकार की योजनाओं के केंद्र में आम आदमी है। डायग्नोस्टिक व स्वास्थ्य केंद्रों की व्यवस्था अच्छी होने से मरीजों की सभी जांचें व इलाज अच्छी तरह हो सकेगा। इससे आम आदमी को काफी राहत मिलेगी। बजट बहुत अच्छा है।

सर्जन डा. शिवशंकर शाही का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना के लिए 1300 करोड़ और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना के लिए 142 करोड़ रुपये का बजट सरकार ने दिया है। इससे बड़ी संख्या में लोगों का निजी अस्पतालों में पांच लाख रुपये तक निश्शुल्क इलाज हो सकेगा। न्यूरो सर्जन डा. मुकेश शुक्ला का कहना है कि मेडिकल कालेजों में क्रिटिकल केयर यूनिट खुलने से आम आदमी को बड़ी राहत मिलेगी। 10 से 20 फीसद मरीज ऐसे पहुंचते हैं जिन्हें क्रिटिकल केयर यूनिट में रखना जरूरी होता है। यह यूनिट ऐसे मरीजों के लिए संजीवनी साबित होगी। न्यूरो सर्जन डा. सौरभ श्रीवास्तव का कहना है कि सरकार का स्वास्थ्य क्षेत्र पर अधिक जोर रहा है। आम आदमी को स्वास्थ्य केंद्रों में अच्छी में सुविधाएं मिलें, सरकार ने इसे ध्यान में रखकर बजट पास किया है। आयुष्मान लाभार्थियों का अब और अच्छा इलाज हो सकेगा।

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