फरार सीएमओ पर कार्रवाई के लिए डीएम ने शासन को भेजा पत्र
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि अपनी गिरफ्तारी के भय से सीएमओ फरार चल रहे हैं। उनकी अनुपस्थिति में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। उनके खिलाफ शासन को पत्र लिखा गया है। कोरोना के इस संकट में मरीजों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मोहन झा को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
संतकबीर नगर: जिले में कोरोना से मौत व पाजिटिव केस के मामले बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे समय में लोगों को इस बीमारी से बचाव के लिए सीएमओ का दायित्व बढ़ जाता है, लेकिन इस विकट स्थिति में भी सीएमओ फरार चल रहे हैं। बुधवार को जिलाधिकारी ने सीएमओ के खिलाफ शासन को पत्र लिखा है।
एमपी-एमएलए कोर्ट ने कुछ माह पूर्व फर्जी कोरोना पाजिटिव रिपोर्ट बनवाने के मामले में सीएमओ डा. हरगोविद सिंह को नोटिस जारी की थी। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कोर्ट ने सख्त रूख अख्तियार कर लिया। करीब 25 दिन पूर्व कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी होने पर पुलिस गिरफ्तारी के लिए सीएमओ के आवास सहित अन्य ठिकानों पर छापेमारी की थी, लेकिन सीएमओ वहां से फरार हो चुके थे। तभी से उनका कोई पता नहीं चल सका है। इस बीच कोरोना बेकाबू हो गया है। अप्रैल में ही करीब 800 संक्रमित मिल चुके हैं, इसमें से सात लोगों की मौत भी हो चुकी है। ऐसे समय में सीएमओ का फरार होना व्यवस्था पर सवाल खड़ा कर रहा है।
जनपद के 500 स्वास्थ्य कर्मियों का नहीं मिला वेतन
सीएमओ के फरार होने के कारण जनपद के करीब 500 स्वास्थ्य कर्मचारियों के वेतन बिल पर हस्ताक्षर नहीं हो पा रहा है। अप्रैल की पहली तारीख को मिलने वाला वेतन 20 दिन बाद भी नहीं मिलने से कर्मचारियों में आक्रोश है। कोरोना के इस संकट में यदि कर्मचारी उग्र हुए तो स्थिति भयावह हो सकती है
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने बताया कि अपनी गिरफ्तारी के भय से सीएमओ फरार चल रहे हैं। उनकी अनुपस्थिति में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। उनके खिलाफ शासन को पत्र लिखा गया है। कोरोना के इस संकट में मरीजों को कोई दिक्कत न हो इसके लिए अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. मोहन झा को जिम्मेदारी सौंपी गई है।