डीएम ने निरीक्षण कर महाव नाला की चौड़ाई और गहराई बढ़ाने का दिया निर्देश
जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिचाई विभाग खंड दो को निर्देशित किया कि वन क्षेत्र के भीतर भी नाले को 20-22 मीटर चौड़ा किया जाए और नाले की पूरी लंबाई में इसे 2-2.5 मीटर गहरा किया जाए जिससे पानी का पर्याप्त बहाव नाले में सुनिश्चित किया जा सके।
महराजगंज : परसामलिक क्षेत्र के सगरहवा गांव के समीप से होकर जंगल में प्रवेश करने वाले महाव नाला का मंगलवार को जिलाधिकारी डा. उज्ज्वल कुमार ने निरीक्षण किया तथा समस्या के समाधान के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया। कहा कि महाव नाला की चौड़ाई और गहराई बढ़ाई जाए, ताकि समस्या का समाधान हो सके।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने देखा कि वन क्षेत्र के बाहर नाला 20-22 मीटर चौड़ा है, जबकि वन क्षेत्र में नाला सिर्फ 2-4 मीटर ही चौड़ा है। जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिचाई विभाग खंड दो को निर्देशित किया कि वन क्षेत्र के भीतर भी नाले को 20-22 मीटर चौड़ा किया जाए और नाले की पूरी लंबाई में इसे 2-2.5 मीटर गहरा किया जाए, जिससे पानी का पर्याप्त बहाव नाले में सुनिश्चित किया जा सके।
बरगदवा व परसामलिक क्षेत्र के गांवों में तबाही मचाने वाले महाव नाले का आठ किमी हिस्सा जंगल में पड़ता है, जो साफ सफाई के अभाव मे झाड़- झंखाड़ से पटकर काफी सकरा हो गया है। जिससे नाले में पानी का प्रवाह ठीक ढंग से न हो पाने के कारण नाला जंगल के बाहर अपने तटबंध को तोडकर तबाही मचाता है । जिलाधिकारी ने सिचाई खंड दो के अधिशासी अभियंता राजीव कपिल को सर्पीले आकार में बहने वाले नाले के 65 से अधिक खतरनाक मोड़ों को काटकर सही करने के लिए निर्देशित किया। पांच स्थानों पर टूटे महाव तटबंध को मनरेगा से मरम्मत कराने का निर्देश दिया। इस दौरान डीएफओ पुष्प कुमार के., उपजिलाधिकारी नौतनवा राम सजीवन मौर्या, अमहवा गांव के प्रधान मुफ्ती अख्तर रजा, चंद्रशेखर सिंह, अमरनाथ यादव, नियाज अली आदि उपस्थित रहे।