गोरखपुर के डीएम की बड़ी कार्रवाई, न‍िलंबि‍त होंगे 48 शिक्षक- 121 का कटेगा वेतन

गोरखपुर के डीएम व‍िजय क‍िरण आनंद ने श‍िक्षा व‍िभाग पर सख्‍त रूख अपनाया है। डीएम ने खंड शिक्षा अधिकारियों को परिषदीय स्कूलों के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित रहने वाले 121 शिक्षकों के अनुपस्थित दिन का वेतन काटने का निर्देश जारी किया है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 28 Oct 2021 10:28 AM (IST) Updated:Thu, 28 Oct 2021 10:18 PM (IST)
गोरखपुर के डीएम की बड़ी कार्रवाई, न‍िलंबि‍त होंगे 48 शिक्षक- 121 का कटेगा वेतन
गोरखपुर के डीएम व‍िजय क‍िरण आनंद। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। Big action of Gorakhpur DM: परिषदीय स्कूलों से बिना सूचना के अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों पर जिला प्रशासन के साथ-साथ बेसिक शिक्षा विभाग ने भी नजरें टेढी कर ली हैं। बीएसए ने आदेश जारी कर सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को परिषदीय स्कूलों के निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित रहने वाले 121 शिक्षकों के अनुपस्थित दिन का वेतन काटने का निर्देश जारी किया है।

बीएसए ने बीईओ को निरीक्षण में अनुपस्थित रहे 121 शिक्षकों को वेतन काटने का दिया निर्देश

साथ ही पिछले दिनों डीएम के निरीक्षण में बेलघाट विकासखंड के 34 विद्यालयों में कार्यरत 48 शिक्षकों के अनुपस्थित को गंभीरता से लेते हुए खंड शिक्षाधिकारी को शिक्षकों के कार्य आचरण का परीक्षण कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। जिसके बाद विभाग की ओर से इन्हें निलंबित किए जाने की कार्रवाई शुरू की जाएगी। बीएसए आरके सिंह ने कहा की परिषदीय स्कूलों से अनाधिकृत रूप में अनुपस्थित अध्यापकों को कई बार चेतावनी दी गई है, मगर उसके बाद भी रवैया में कोई सुधार नहीं हो रहा है।

आनलाइन अवकाश नहीं कराया था स्‍वीकृत

निरीक्षण के दौरान प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक, शिक्षामित्र और अनुदेशक बिना सूचना और प्रार्थना पत्र के अनुपस्थित मिले हैं। अवकाश को आनलाइन स्वीकृत नहीं कराया जा रहा है। जो अनुशासनहीनता का परिचायक होने के साथ-साथ अध्यापक और कर्मचारी आचरण नियमावली के विरूद्ध है। फिलहाल वेतन काटा जा रहा है। आगे चलकर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी।

डीएम पहले भी कर चुके हैं कड़ी कार्रवाई

इसके पूर्व गोरखपुर के डीएम ने आंगनबाड़ी केंद्रों पर लंबे समय से अनुपस्थित रहने वाली 18 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी आंगनबाड़ी एवं सहायिकाओं की सेवा समाप्त कर दी थी। बार-बार नोटिस देने के बाद भी उनकी ओर से कोई जवाब न आने के बाद जिलाधिकारी ने यह कार्रवाई की थी। इसके अलावा डीएम अनुपस्थिति एवं कार्याें में उदासीनता बरतने के कारण दर्जन भर से अध‍िक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए अक्टूबर महीने का मानदेय रोकने का निर्देश दिया था।

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