अमेठी की जिला पंचायत राज अधिकारी को गिरफ्तार कर लाया गोरखपुर, घूस लेते हुईं थी गिरफ्तार Gorakhpur News

गुरुवार को उत्‍तर प्रदेश सतर्कता अधिष्‍ठान (विजिलेंस) की टीम ने अमेठी की डीपीआरओ श्रेया मिश्रा को गौरीगंज में सफाई कर्मी से बकाया वेतन भुगतान के नाम पर 30 हजार रुपये का घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।

By Satish Chand ShuklaEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 11:01 AM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 06:01 PM (IST)
अमेठी की जिला पंचायत राज अधिकारी को गिरफ्तार कर लाया गोरखपुर, घूस लेते हुईं थी गिरफ्तार Gorakhpur News
जिला पंचायत राज अधिकारी की गिरफ्तारी का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो, जेएनएन।

गोरखपुर, जेएनएन। अमेठी की जिला पंचायत राज अधिकारी (डीपीआरओ) श्रेया मिश्रा को गोरखपुर मंडलीय कारागार भेज दिया गया है। गुरुवार को उत्‍तर प्रदेश सतर्कता अधिष्‍ठान (विजिलेंस) की टीम ने डीपीआरओ को अमेठी के गौरीगंज में सफाई कर्मी से बकाया वेतन भुगतान के नाम पर 30 हजार रुपये का घूस लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।

विजिलेंस की टीम ने डीपीआरओ को अपर सत्र न्यायाधीश/ विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम ओमप्रकाश मिश्र के न्यायालय में पेश किया। वहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया। उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की टीम ने गुरुवार को अमेठी की डीपीआरओ को 30 हजार रुपये घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। बकाया व अन्‍य देयकों को लेकर डीआरओ ने घूस की मांग की थी।

सफाईकर्मी ने की थी शिकायत

सफाईकर्मी ने विजिलेंस लखनऊ के एसपी से इसकी शिकायत की थी। आरोप की पुष्टि होने के बाद टीम ने सक्षम अधिकारियों से डीपीआरओ को रंगे हाथ पकड़ने के लिए अनुमति मांगी। डीपीआरओ श्रेया मिश्रा को रंगे हाथ पकड़ने के लिए उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान (विजिलेंस) की टीम ने जाल बिछाया।

डीपीआरओ को किया था गिरफ्तार

गुरुवार अपराह्न दो बजे अमेठी के गौरीगंज स्थित विकास भवन के द्वितीय पर अपने कार्यालय में डीपीआरओ श्रेया मिश्रा ने जैसे ही घूस की रकम ली, विजिलेंस टीम ने उन्‍हें पकड़ लिया। अमेठी के गौरीगंज थाने में डीपीआरओ के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम-1988 संशोधित भ्रष्टाचार निवारण (संशोधन) अधिनियम 2018 की धारा सात के तहत मुकदमा दर्ज कराया। क्षेत्राधिकार कार्यालय गोरखपुर होने के कारण टीम आरोपित डीपीआरओ श्रेया मिश्रा को लेकर गोरखपुर आई और यहां शुक्रवार को गोरखपुर जिले के अपर सत्र न्‍यायाधीश / विशेष न्यायाधीश भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के न्‍यायालय में प्रस्‍तुत किया। यहां से उसे जेल भेज दिया गया।

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