दिव्यांग बच्चों के साथ होने वाली हिसा की रोकथाम पर चर्चा

कुशीनगर में वेबिनार का आयोजन कर दिव्यांग बचों की शिक्षा व सुरक्षा के लिए विशेष शिक्षक की आवश्यकता पर दिया गया जोर विद्वान वक्ताओं ने कहा कि बचों के प्रति मन में बनी हीन भावना को दूर करें अभिभावक व समाज के लोग ऐसे बचों को सामाजिक सुरक्षा की है बेहद जरूरत।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 14 Jun 2021 05:00 AM (IST) Updated:Mon, 14 Jun 2021 05:00 AM (IST)
दिव्यांग बच्चों के साथ होने वाली हिसा की रोकथाम पर चर्चा
दिव्यांग बच्चों के साथ होने वाली हिसा की रोकथाम पर चर्चा

कुशीनगर : दिव्यांग बच्चों के शैक्षणिक परिवेश को उनके अनुरूप परिष्कृत व परिमार्जित करने के लिए नासेर्प, नेशनल एसोसिएशन आफ स्पेशल एजुकेटर रिहैब प्रोफेशनल्स एंड फिलैण्थ्रोप्स, के तत्वावधान में रविवार को वेबिनार का आयोजन हुआ। जिसमें यूपी-बिहार के अफसरों ने दिव्यांग बच्चों के साथ जाने, अनजाने में माता-पिता व समाज के द्वारा किए जाने वाले अपराधों जैसे उन्हें बांध कर रखना, उन्हें समाज से पृथक रखना, उन्हें घृणा की ²ष्टि से देखना आदि विषयों पर चर्चा की।

मुख्य अतिथि डा. शिवाजी कुमार राज्य आयुक्त निशक्तजन बिहार सरकार ने कहा कि बिना विशेष शिक्षकों के दिव्यांग बच्चों का समावेशन केवल कल्पना है। इन बच्चों का बेहतर विकास हो, इसलिए विशेष शिक्षकों की तैनाती जरूरी है। विशिष्ट वक्ता मनोचिकित्सक पूजा तोमर ने समाज में व्याप्त हीन भावना, जो मस्तिष्क में घर कर गई है, को निकालने संबंधी वैज्ञानिक अनुप्रयोगों व वैज्ञानिक पहलुओं पर प्रकाश डाला। मनोचिकित्सक खुशबू तोमर ने विशेष शिक्षकों के विशेष प्रशिक्षण व उनके सहयोग से दिव्यांग, परिवार, समाज और राष्ट्र में व्याप्त हीन भावना के परिशीलन हेतु बेहतर व्याख्यान प्रस्तुत किया गया। मुख्य अतिथि ने सरकार द्वारा दिव्यांग बच्चों के समावेशन हेतु किए जाने वाले प्रयास में विशेष शिक्षकों की भूमिका पर जोर दिया। नार्सेप संयुक्त सचिव उप्र व जिला समन्वयक समेकित शिक्षा कुशीनगर बलवंत बहादुर ने दिव्यांगों की शिक्षा के साथ सुरक्षा पर जोर दिया। संचालन संगठन के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नागेश पांडेय ने किया। वक्ताओं के वक्तव्य से मूक बधिर प्रतिभागियों को लाभान्वित कराने हेतु अंतरराष्ट्रीय संकेत भाषा में अनुवादन का कार्य सचिन लोधी, चांदनी सोनवानी व पंकज शर्मा ने किया। उम्मीद की गई इस आयोजन से लोगों की सोच में परिवर्तन होगा।

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