CICSE: परीक्षा रद्द होने से मिली निराशा, मेहनत पर फिर गया पानी Gorakhpur News
मंगलवार को जारी आदेश में कहा है कि हमारे लिए छात्रों व शिक्षकों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। छात्रों ने भी बोर्ड के निर्णय को वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए उचित कदम बताया है। छात्रों का यह भी कहना है कि मेहनत पर पानी फिर गया है।
गोरखपुर, जेएनएन। सीबीएसई के बाद काउंसिल फार द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआइसीएसई) ने भी देश भर में कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर 10वीं की बोर्ड परीक्षा रद्द कर दी। इसके पहले आदेश जारी कर बोर्ड ने कक्षा 10वीं व 12वीं की परीक्षाओं को स्थगित करने की घोषणा की थी। सीआइसीएसई ने मंगलवार को जारी आदेश में कहा है कि हमारे लिए छात्रों व शिक्षकों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता है। छात्रों ने भी बोर्ड के निर्णय को वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए उचित कदम बताया है। हालांकि छात्रों का यह भी कहना है कि परीक्षा रद्द होने से मेहनत पर पानी जरूर फिर गया है, लेकिन इस समय पहले स्वयं की सुरक्षा जरूरी है।
सीआइसीएसई की दसवीं की परीक्षा रद्द होने पर बोले छात्र
कक्षा दस के छात्र अतितेश रध्वज सिंह का कहना है कि परीक्षा रद्द करने का बोर्ड का निर्णय सही है। इस समय परीक्षा से अधिक खुद की सुरक्षा जरूरी है। यदि प्री-बोर्ड के आधार पर नंबर मिलते हैं तो हम अच्छे नंबरों से उत्तीर्ण होंगे। कक्षा दस के ही दीपेश ओझा का कहना है कि एक तरफ करियर की चिता है तो दूसरी तरफ खुद की सुरक्षा भी देखनी है। फिलहाल परीक्षा रद्द करने के अलावा बोर्ड के पास कोई दूसरा विकल्प नहीं था। अब आगे हो भी स्थिति होगी अपने करियर के बारे में सोचेंगे।
हमने तो मन लगाकर की थी पढ़ाई
दसवीं की छात्रा कुमकुम यादव का कहना है कि मैं शुरू से ही मन लगाकर पढ़ाई कर रही थी, ताकि बोर्ड परीक्षा में अच्छे नंबरों से पास होकर दिखाऊं। परीक्षा रद्द होने से अपनी प्रतिभा दिखाने का मेरा सपना अधूरा रह गया। वहीं दसवीं की छात्रा अमृता शुक्ला का कहना है कि हम परीक्षा की पूरी तैयारी कर चुके थे। उम्मीद थी कि परीक्षा होगी तो अच्छे अंक से पास होंगे। परीक्षा को लेकर हम काफी उत्साहित भी थे। रद्द होने से निराशा हुई है।