गोरखपुर जोन के 14 पुलिस कर्मियों को डीजीपी सम्मान

गणतंत्र दिवस पर जिलों के पुलिस कप्तानों ने सम्मान प्रदान किया है। इसके अलावा एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स ) गोरखपुर यूनिट के निरीक्षक सत्य प्रकाश को प्रशंसा चिन्ह गोल्ड तथा कांस्टेबल दुर्गेश को प्रशंसा चिन्ह सिल्वर मुख्य आरक्षी यशवंत सिंह और चालक परशुराम को सराहनीय सेवा सम्मान मिला है।

By Satish chand shuklaEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 10:10 AM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 02:39 PM (IST)
गोरखपुर जोन के 14 पुलिस कर्मियों को डीजीपी सम्मान
उत्‍तर प्रदेश पुलिस का प्रतीकात्‍मक फाइल फोटो।

गोरखपुर, जेएनएन। गोरखपुर जोन के 14 पुलिस कर्मियों को डीजीपी सम्मान से नवाजा गया है। गणतंत्र दिवस पर उनके जिले के पुलिस कप्तान ने सम्मान प्रदान किया है। इसके अलावा एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स ) गोरखपुर यूनिट के निरीक्षक सत्य प्रकाश को प्रशंसा चिन्ह गोल्ड तथा कांस्टेबल दुर्गेश को प्रशंसा चिन्ह सिल्वर, मुख्य आरक्षी यशवंत सिंह और चालक परशुराम को सराहनीय सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया है।

डीजीपी कार्यालय से जारी सूची में गोरखपुर साइबर सेल प्रभारी उपनिरीक्षक महेश चौबे, सिपाही शशिकांत जायसवाल और शशिशंकर राय को प्रशंसा चिन्ह सिल्वर दिया गया है। इन लोगों के अलावा गोरखपुर जोन के गोंडा जिला में तैनात सिपाही अरुण यादव, संतकबीरनगर जिल में तैनात मनीर अहमद, बस्ती जिले में जयहिंद यादव, पंकज यादव, अजय कुमार यादव, आदित्य पाण्डेय, संतोष यादव तथा  देवरिया जिले में तैनात सुधीर कुमार मिश्र, विमलेश सिंह को भी प्रशंसा चिन्ह सिल्वर से नवाजा गया है। गोरखपुर जिले से मोहम्मद हसीन (उपनिरीक्षक, अभिसूचना) और बलराम त्रिपाठी (उपनिरीक्षक, नागरिक पुलिस) को सराहनीय सेवा पदक से सम्मानित किया गया है।

समय पर दिया ध्यान तो अपनों के बीच खास हो गए ये जवान

लोगों की मदद के साथ-साथ समय पर मौके पर पहुंचना पीआरवी जवानों की अहम जिम्मेदारी भी है। पीआरवी के जवान भरसक ऐसा प्रयास भी करते हैं कि वह जल्द से जल्द मौके पर पहुंच जाएं। उनके बीच औसतन अंतर भी मिनट से दो मिनट का होता है। जिले की दो पीआरवी के 15 जवानों की कोशिश रही समय पर पहुंच कर लोगों की जल्द से जल्द करना। इसमें एक चौपहिया वाहन पीआरवी 0318 का रिस्पांस टाइम 8.18 मिनट रहा तो दोपहिया पीआरवी 3871 का रिस्पांस टाइम 8.04 मिनट। दोनों का रिस्पांस टाइम जिले के अन्य पीआरवी की तुलना में सबसे बेहतर है। मंगलवार को गणतंत्र दिवस की परेड में इनके 15 जवानों को सम्मानित किया गया। 

पीआरवी 0318 पर हेड कांस्टेबल कामेश्वर चौधरी, उमाशंकर सिंह, गोवर्धन यादव, सुरेंद्र यादव, सुनील कुमार,  कांस्टेबल  प्रवीण कुमार राय, कांस्टेबल पीएसी भागवत यादव, होमगार्ड वंशीधर यादव, विद्यासागर मिश्रा व पीआरवी 3871 पर कांस्टेबल सुबेदार कुशवाहा, मनोज चौधरी, राजाराम, रमेश चंद्र,  होमगार्ड जय प्रकाश निषाद, सुरेश यादव की तैनाती है। पीआरवी 0318 कैंट थाना क्षेत्र में है और पीआरवी 3871 कोतवाली क्षेत्र में। पीआरवी 0318 को वर्ष 2020 में कुल 1179 सूचनाएं मिलीं। इनमें सभी सूचनाओं पर वह मौके पर पहुंची भी। उसका एक वर्ष का औसत रिस्पांस टाइम 8.18 मिनट है। दो पहिया वाहन में सबसे बेहतर रिस्पांस टाइम पीआरवी 3871 का है। वर्ष 2020 में इसे कुल 744 सूचनाएं मिलीं। इसमें से 541 सूचनाओं पर वह मौके पर पहुंची भी। इसका औसत रिस्पांस टाइम 8.04 मिनट रहा।  पीआरवी 3871 को 203 सूचनाएं दूसरे थाना क्षेत्र की मिल गई थीं। उसने यह सूचनाएं संबंधित थाना क्षेत्र की पीआरवी को फारवर्ड कर दीं।

चौपहिया वाहन में सबसे बेहतर रिस्पांस टाइम गौतमबुद्ध नगर का

चौपहिया वाहन में सबसे बेहतर रिस्पांस टाइम गौतमबुद्ध नगर की पीआरवी का है। उसका औसत रिस्पांस टाइम 5.50 मिनट है। उसे एक वर्ष में 1038 सूचनाएं मिलीं। वह सभी सूचनाओं पर मौके पर पहुंची भी। दो पहिया वाहन में सबसे बेहतर रिस्पांस टाइम मेरठ का है। यहां का औसत रिस्पांसट टाइम 6.03 मिनट है।

वाहनों की संख्या बढ़े तो और बेहतर हो रिस्पांस टाइम

यूपी 112 के प्रभारी निरीक्षक वीरसेन ङ्क्षसह का कहना है कि गोरखपुर के पास सिर्फ 45 चौपहिया पीआरवी वाहन हैं। जबकि गोरखपुर को सूचनाएं अधिक मिलती हैं। सूचनाएं मिलने के मामले में यह प्रदेश में पांचवें स्थान पर है। कानपुर, लखनऊ, गाजियाबाद, प्रयागराज के पास वाहन अधिक हैं। गोरखपुर पीआरवी को वाहन अधिक मिलें तो रिस्पांस टाइम और बेहतर हो सकता है। फिर भी अगली बार से कोशिश होगी कि इस समय को और बेहतर किया जाए। 

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