गोरखपुर : तीस साल आगे की जरूरतों को ध्यान में रख होगा शहर का विकास

गोरखपुर के विकास को लेकर कई योजनाएं पाइप लाइन में हैं। रामगढ़ताल क्षेत्र को एक विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। शहर के चारो ओर रिंग रोड तैयार होगा। गोरखपुर के विकास को लेकर जीडीए तीस साल आगे की योजना तैयार कर रहा है।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 17 Jun 2021 08:50 AM (IST) Updated:Thu, 17 Jun 2021 08:50 AM (IST)
गोरखपुर : तीस साल आगे की जरूरतों को ध्यान में रख होगा शहर का विकास
गोरखपुर विकास प्राधिकरण गोरखपुर के विकास की तीस साल आगे की योजना तैयार कर रहा है। - फाइल फोटो

गोरखपुर, जेएनएन। प्रदेश के 10 चुनिंदा शहरों के विकास के क्रम में गोरखपुर के विकास की प्रक्रिया भी आगे बढ़ चली है। आने वाले 30 साल की जरूरतों को ध्यान में रखकर इस शहर का विकास का खाका तैयार करने की योजना है। इसके लिए किसी प्रतिष्ठित कंसलटेंसी फर्म का चयन किया जाएगा।

गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) की ओर से फर्म के चयन के लिए रिक्वेस्ट फार प्रपोजल (आरएफपी) जारी कर दिया गया है। एक महीने के भीतर इच्छुक फर्में आवेदन कर सकती हैं। उनके प्रस्तावों के आधार पर किसी एक का चयन किया जाएगा। चयनित होने वाली फर्म ही विजन डाक्यूमेंट तैयार करेगी। यह विजय डाक्यूमेंट कई मामलों में उपयोगी साबित होगा।

गोरखपुर विकास प्राधिकरण ने कंसलटेंट चयन के लिए जारी की आरएफपी

गोरखपुर के विकास को लेकर कई योजनाएं पाइप लाइन में हैं। रामगढ़ताल क्षेत्र को एक विश्वस्तरीय पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसी के साथ शहर के चारो ओर जल्द ही रिंग रोड भी तैयार हो जाएगा। रिंग रोड बन जाने के बाद कई परियोजनाएं इस रोड के दोनों ओर लांच की जा सकेंगी। प्रदेश सरकार ने भी प्रदेश के 10 शहरों को विकसित करने की योजना तैयार की है। सभी शहर विकास को लेकर रोडमैप स्वयं तैयार कर रहे हैं। इसी क्रम में गोरखपुर में भी विजन डाक्यूमेंट तैयार किया जा रहा है।

इस तरह बनेगी योजना

कंसलटेंट के रूप में जिस भी फर्म का चयन होगा वह अध्ययन एवं विभिन्न विभागों के साथ संवाद के आधार पर कार्ययोजना तैयार करेगी। शहर के विकास के लिए अबतक क्या काम हो चुके हैं। विभिन्न विभागों की ऐसी कौन सी विकास योजनाएं हैं, जो पाइप लाइन में हैं, इसका विवरण जुटाया जाएगा। इसके बाद अगले 30 सालों को ध्यान में रखते हुए और क्या काम कराए जा सकते हैं, इसे भी कार्ययोजना में शामिल किया जाएगा।

जीडीए के मुख्य अभियंता पीपी सिंह ने बताया कि विजन डाक्यूमेंट में इस बात का जिक्र भी होगा कि कौन सा विकास कार्य किस विभाग से करवाना उचित होगा। इस तरह से एक ही काम एक से अधिक विभागों द्वारा कराने की संभावना न के बराकर रहेगी। जिसे काम का जिम्मा दिया जाएगा, बजट की व्यवस्था कर वही विभाग काम करेगा। शहर में यातायात, सभी तरह के पर्यटन, साफ-सफाई, ड्रेनेज, होटल, माल, सुंदर प्रवेश द्वार आदि बिन्दुओं को शामिल किया जाएगा।

शहर के विकास के लिए विजन डाक्यूमेंट तैयार किया जाएगा। इसमें आने वाले 25 से 30 सालों की जरूरतों के अनुसार विकास की कार्ययोजना तैयार की जाएगी। इसमें कई क्षेत्रों को शामिल किया जाएगा। इसके लिए कंसलटेंट चयन के लिए आरएफपी जारी की गई है। जुलाई मध्य तक कंसलटेंट का चयन कर लिया जाएगा। - आशीष कुमार, उपाध्यक्ष, जीडीए।

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