देवरिया का एक परीक्षा केंद्र किया गया निरस्‍त, जानिए क्‍या है कारण

शुचिता का पालन न करने और मानक का उल्लंघन करने के आरोप में गोरखपुर वि‍वि प्रशासन ने देवरिया के इंद्रासन शिक्षा संस्थान महाविद्यालय डेमुसाघाटी परीक्षा केंद्र को निरस्त कर दिया है। यहां से परीक्षा देने वाले तीन महाविद्यालय के विद्यार्थी अब भाटपाररानी के एक विद्यालय में परीक्षा देंगे।

By Rahul SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 07:30 AM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 07:30 AM (IST)
देवरिया का एक परीक्षा केंद्र किया गया निरस्‍त, जानिए क्‍या है कारण
शुचिता का पालन न करने पर देवरिया का एक केंद्र निरस्‍त। प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जागरण संवाददाता : परीक्षा की शुचिता का पालन न करने और मानक का उल्लंघन करने के आरोप में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय प्रशासन ने देवरिया के इंद्रासन शिक्षा संस्थान महाविद्यालय डेमुसाघाटी परीक्षा केंद्र को निरस्त कर दिया है। अब इस केंद्र से परीक्षा देने वाले तीन महाविद्यालय के विद्यार्थी मदन मोहन मालवीय पीजी कालेज भाटपाररानी में परीक्षा देंगे। इसे लेकर व्यवस्था सुनिश्चित कर दी गई है। सभी महाविद्यालय के प्रबंधन और विद्यार्थियों को इसकी जानकारी दे दी गई है।

तीन महाविद्यलयों की परीक्षा का आयोजन किया जा रहा था निरस्‍त केंद्र पर

निरस्त किए गए केंद्र पर तीन महाविद्यालयों की परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा था। इसमें इंद्रासन शिक्षा संस्थान के अलावा जयंशकर कलावती देवी महिला महाविद्यालय सल्लहपुर और सिद्धेश्वर शीतलदेव नारायण महाविद्यालय भरहेचौरा भटनी शामिल थे। नए परीक्षा केंद्र में भी विद्यार्थियों के वही प्रवेश पत्र मान्य होंगे, जो इंद्रासन शिक्षा केंद्र के लिए जारी किए गए थे। परीक्षा नियंत्रक डा. अमरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि इंद्रासन शिक्षण संस्थान से परीक्षा के मानक के उल्लंघन की लगातार शिकायतें मिल रही थीं। शिकायत के मुताबिक वहां सीसीटीवी कैमरा बंद करके नकल कराई जा रही थी। उड़ाका दल ने भी इस शिकायत की पुष्टि की थी। ऐसे में केंद्र के निरस्तीकरण की कार्रवाई का निर्णय लेना पड़ा है। कार्रवाई का यह सिलसिला आगे भी जारी रहेगा।

अब तक 12 महाविद्यालयों को जारी हो चुका है नोटिस

विश्वविद्यालय के सेंट्रल आनलाइन मानिटरिंग सेल से सभी महाविद्यालयों के परीक्षाओं की लाइव मानिटरिंग की जा रही है। परीक्षा के मानकों का उल्लंघन करने पर अब तक 12 महाविद्यालयों की नोटिस जारी की जा चुकी है। यदि नोटिस के बाद भी महाविद्यालयों ने परीक्षा की शुचिता बनाए नहीं रखी तो उनके खिलाफ भी केंद्र निरस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही जिला प्रशासन ने भी नकल विहीन परीक्षा के लिए कड़े कदम उठाते हुए देवरिया, कुशीनगर और गोरखपुर में सभी परीक्षा केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए हैं।

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