पर्यावरण को बचाने के लिए पौधारोपण जरूरी
डा. राम मनोहर लोहिया सेवा एवं अध्ययन केंद्र के तत्वावधान में पर्यावरण व जल सरंक्षण गोष्ठी
जागरण संवाददाता, सलेमपुर, देवरिया: विकासखंड भागलपुर के डा. राम मनोहर लोहिया सेवा एवं अध्ययन केंद्र के सभागार में मंगलवार की शाम को पर्यावरण जागरूकता गोष्ठी का आयोजन किया गया। पर्यावरण व जल संरक्षण के प्रति जागरूक करने के साथ बढ़ते प्रदूषण पर चिता जताते हुए पेड़ों को बचाने का आह्वान किया गया।
महाराष्ट्र सरकार के पूर्व अपर मुख्य सचिव व पूर्व आइएएस सतीश त्रिपाठी ने पौधरोपण कर उसकी महत्ता बताई। कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को जिदा रहने के लिए पेड़ों की जरूरत होती है। इसके लिए जरूरी है कि हम अधिक आक्सीजन वाले पौध रोपण करें। यही नहीं इससे और अधिक जरूरी है कि हम इन पौधों की सुरक्षा करें। हमे खाली भूमि पर शीशम, पीपल, बरगद, अमरूद, आंवला, सागौन के पौधे लगाए जाने की जरूरत है। फलों की खेती किसान करें तो उन्नति संभव है।
साहित्यकार अरुणेश नीरन ने कहा कि पेड़ आक्सीजन देने के साथ साथ वायुमंडल से कार्बन डाईआक्साइड का भी अवशोषण करते हैं, जोकि मुख्य हरित गैस है और वैश्विक तपन और जलवायु परिवर्तन के लिए जिम्मेदार है। फलदार वृक्ष ग्रामीण इलाकों में आय का अच्छा स्त्रोत है। जिला पंचायत सदस्य अरविद पांडेय ने ग्रामीण और शहर के लोगों को जागरूक कर पर्यावरण संरक्षण की मुहिम से जोड़कर काम करने का आह्वान किया। इस अवसर पर पर्यावरण के क्षेत्र में कार्य करने वाले किसान दयाशंकर कुशवाहा को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर पप्पू मिश्र, डॉ. जनार्दन कुशवाहा, ऋषिनाथ मिश्र, सुनील पांडेय, मनोज तिवारी, प्रभात तिवारी, रामचन्द्र गुप्ता, शैलेश मणि त्रिपाठी आदि ने संबोधित किया। संचालन जगदीश उपाध्याय ने किया।