सरयू व राप्ती नदी उफनाई, विशुनपुर के नौ टोले घिरे
भदिला प्रथम पूर्व से ही पानी से घिरा खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर बह रही सरयू
जागरण संवाददाता, बरहज : सरयू और राप्ती नदी उफना गई है। सरयू नदी खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। सरयू नदी के पार विशुनपुर देवार का स्कुलहिया टोला, कतलहिया टोला, सुब्बा माझी टोला, पुरानी हरिजन बस्ती, चौहान टोला, आदित्य टोला, किशुन टोला, सहती का टोला बाढ़ के पानी से घिर गया है। सरयू नदी के बाढ़ का पानी बरहज से सूरजपुर जाने वाला मुख्य बंधे से टकरा रहा है। 70 घर और 400 की आबादी बाढ़ की पानी से घिर गया है। सरयू नदी के उफनाने से कटइलवा, नौकटोला के पास पानी ओवरफ्लो कर रहा है। कपरवार पश्चिम टोला पर छठ घाट के पास राप्ती नदी के उफनाने से कई घर बाढ़ के पानी से घिर गए हैं। भदिला प्रथम गांव पूर्व से ही घिरा हुआ है। जहाज घाट पर पानी ओवरफ्लो कर रहा है। बाढ़ को लेकर तटवर्ती गांव के लोग दहशत में है।
शनिवार को सरयू नदी खतरे के निशान 66.50 मीटर से ऊपर 67.40 मीटर पर बह रही है। नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 90 सेंटीमीटर ऊपर है। 24 घंटे में जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की वृद्धि हुई है। शुक्रवार को सरयू नदी 66.30 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। बाढ़ का पानी मैदानी क्षेत्रों में फैल रहा हर। कटइलवा गांव से पश्चिम नदी उफान गई है। राजपुर नौकाटोला के दक्षिण तक सरयू नदी का बाढ़ का पानी पहुंच गया है। स्कुलहिया टोला के भोला, भरत, दशरथ, रामऔतार, महेंद्र, कल्लू, कतलहिया टोला के दीनानाथ, गोविद, जयराम तूफानी ने बताया कि टोले बाढ़ के पानी से घिरे हैं। अब सुरक्षित स्थान पर जाना मजबूरी है। अभी तक नाव नहीं लगाई गई है।
सरयू और राप्ती नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। जरूरत के अनुसार नाव लगाई जा रही है। बाढ़ से प्रभावित लोगों को हर संभव सुविधा मुहैया कराई जाएगी। प्रशासन किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
संजीव कुमार यादव
उपजिलाधिकारी, बरहज