जिले के 665 गांवों में बदले जाएंगे जर्जर तार, लगाए जाएंगे केबल

एक हजार से अधिक आबादी वाले गांवो हुए चिह्नित अक्टूबर तक जर्जर तारों को बदलने का तय किया गया लक्ष्य

By JagranEdited By: Publish:Tue, 20 Jul 2021 05:23 AM (IST) Updated:Tue, 20 Jul 2021 05:23 AM (IST)
जिले के 665 गांवों में बदले जाएंगे जर्जर तार, लगाए जाएंगे केबल
जिले के 665 गांवों में बदले जाएंगे जर्जर तार, लगाए जाएंगे केबल

जागरण संवाददाता, देवरिया : जिले के एक हजार से अधिक आबादी वाले 665 गांवों में बिजली के जर्जर तार बदले जाएंगे। उन गांवों को चिह्नित कर प्लास्टिक कोटेड केबल लगाने का कार्य शुरू हो गया है। अक्टूबर तक गांवों में केबल लगाने का कार्य पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

अधिकतर गांवों में एलटी तार जर्जर हो गए हैं। आए दिन फाल्ट से लोग परेशान हैं। बिजली विभाग ने प्रथम चक्र में एक हजार से अधिक आबादी वाले गांवों को चिह्नित किया गया है। केबल लगने के बाद फाल्ट की समस्या कम हो जाएगी। विद्युत चोरी भी रुक जाएगी। अधीक्षण अभियंता जीसी यादव ने कहा कि कुछ गांवों में तार बदलने का कार्य शुरू हो गया है।

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नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में जर्जर तार बने समस्या

बरहज : नगर से लेकर ग्रामीण क्षेत्र में जर्जर तार बिजली आपूर्ति में बाधा बन रहे हैं। फाल्ट की समस्या से बिजली आने के बाद भी लोगों को लाभ नहीं मिल पा रहा है।

नगर व ग्रामीण क्षेत्र में आठ किमी जर्जर तार एवं 25 पोल बदलने की आवश्यकता है। हालत यह है कि हल्की बारिश व हवा के कारण आए दिन लोग बिजली की समस्या से जूझते हैं। कपरवार के क्षेत्र पंचायत सदस्य दिवाकर चौरसिया, गोविद मिश्र बताते हैं कि बरहज सब स्टेशन की स्थापना के समय लगाए गए खंभे व तार जर्जर हो गए हैं। पटेल नगर के संजय बरनवाल, मुन्ना वर्मा ने कहा कि तार कमजोर होने व लोड ज्यादा होने के कारण कई जगहों पर तार गर्म होकर टूट जाते हैं। देईडीहा के रविकांत उपाध्याय ने कहा कि तार कमजोर होने व लोड अधिक होने के कारण बिजली ट्रिप करती है। अधिशासी अभियंता सचिन सिन्हा ने बताया कि जर्जर तारों के बदलने के लिए प्रस्ताव भेजे गए हैं। स्वीकृति मिलने कार्य कराया जाएगा।

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