स्वतंत्रता आंदोलन के योद्धा थे खजड़ी वाले बाबा
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को अपना आदर्श माना और छेड़े गए आंदोलनों में हिस्सा लिया।
जागरण संवाददाता, बंगरा बाजार, देवरिया : स्वतंत्रता आंदोलन में बड़ी संख्या में देशभक्तों ने बलिदान किया। देश के लिए पूरा जीवन समर्पित कर दिया। भागवत भगत खजड़ी वाले बाबा स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रणी योद्धा थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश को समर्पित कर दिया। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को अपना आदर्श माना और छेड़े गए आंदोलनों में हिस्सा लिया। नमक सत्याग्रह, अंग्रेजों भारत छोड़ो आंदोलन के दौरान जेल गए। बंगरा बाजार चौराहे पर स्थापित प्रतिमा के सामने लोग श्रद्धा से सिर झुकाते हैं।
भटनी विकास खंड के सठियांव गांव के रहने वाले भागवत भगत खजड़ी वाले बाबा के नाम से मशहूर थे। 1920 के असहयोग आंदोलन में भी काफी सक्रिय रहे। उन्होंने अपने तमाम साथियों के साथ अंग्रेजों के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद किया। बंगरा बाजार में सभा के दौरान अंग्रेजी पुलिस ने लाठीचार्ज किया। कई लोग घायल हुए थे। महात्मा गांधी ने जब 1930 में अंग्रेजों के विरुद्ध नमक सत्याग्रह शुरू किया तो भागवत भगत उसमें कूद पड़े। गांव-गांव घूमकर खजड़ी बजाकर अंग्रेजी सरकार के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाया । इसके लिए उन्हें जेल की हवा खानी पड़ी। फिर भी विचलित नहीं हुए। 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में खजड़ी बजाकर नौजवानों में जोश भरने का काम किया। भोजपुरी में उनके गीत काफी प्रसिद्ध थे। गेहुंआ के रोटियां रहरिया के दलिया आदि क्रांतिकारी गीत गाकर अंग्रेजी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए लोगों को एकजुट किया।
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तत्कालीन मुख्यमंत्री ने मूर्ति का किया था लोकार्पण
बंगरा बाजार में भागवत भगत खजड़ी वाले बाबा की मूर्ति 2004 में स्थापित की गई। पूर्व सांसद हरिकेवल प्रसाद के प्रयास से तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव चार जनवरी 2004 को बंगरा बाजार आए थे। उनके हाथों मूर्ति का अनावरण हुआ। तभी से हर साल यहां किसान मेला लगता है।