मांझी-लार रोड के बीच रेललाइन बिछाने की मांग बिहार में तेज

10 साल पहले रेललाइन बिछाने के लिए रेल मंत्रालय ने कराया था सर्वे परियोजना के संबंध में शासन ने मांगी उप भूमि अध्याप्ति अधिकारी कार्यालय से जानकारी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 26 Aug 2021 06:57 AM (IST) Updated:Thu, 26 Aug 2021 06:57 AM (IST)
मांझी-लार रोड के बीच रेललाइन बिछाने की मांग बिहार में तेज
मांझी-लार रोड के बीच रेललाइन बिछाने की मांग बिहार में तेज

जागरण संवाददाता, देवरिया : मांझी-लार रोड रेलवे स्टेशन के बीच नई रेललाइन बिछाने की मांग बिहार में जोर पकड़ने लगी है। इसके लिए यूपी, बिहार व रेलवे के अफसरों को पत्र लिखे जा रहे हैं। शासन की तरफ से इस परियोजना के बारे में उप भूमि अध्याप्ति अधिकारी कार्यालय से जानकारी मांगी गई है।

बिहार के सिवान के तत्कालीन सांसद ओमप्रकाश यादव ने तत्कालीन रेल मंत्री ममता बनर्जी से छपरा-औड़ीहार रेलखंड के मांझी रेलवे स्टेशन से भटनी-वाराणसी रेलखंड के लार रोड रेलवे स्टेशन के बीच नई रेललाइन बिछाने की मांग की थी। उनकी मांग पर रेल मंत्रालय ने सर्वे के लिए हरी झंडी दी। 2011-12 के बीच लार रोड से सोहगरा, गुठनी, दरौली, रघुनाथपुर होकर मांझी तक 92.655 किमी तक सर्वे कार्य कराया गया। प्रस्तावित नई रेलवे लाइन की लागत तब रेलवे ने 741.94 करोड़ रुपये आंकी थी। इसके बाद आगे की कार्रवाई नहीं हो सकी। सिवान के तत्कालीन सांसद ओमप्रकाश यादव इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाते रहे हैं। सिवान जनपद के सिद्धार्थ गौतम पिछले तीन सालों से यूपी, बिहार व रेल मंत्रालय से लगातार पत्राचार कर रहे हैं। वह अब तक 277 पत्र लिख चुके हैं। उनका कहना है कि रेलवे लाइन बिछने से बिहार के पिछड़े इलाके रेलमार्ग से जुड़ जाएंगे और पश्चिमी बिहार का विकास हो सकेगा। उनके पत्र का जवाब देते हुए रेलवे बोर्ड के डायरेक्टर व‌र्क्स-2 धनंजय सिंह ने नौ मई 2017 को अवगत कराया था कि वर्तमान में रेलवे के पास कई परियोजनाएं लंबित हैं। इसलिए इस गैर-लाभकारी परियोजना को अपने संसाधनों से निर्माण कराना संभव नहीं है। उत्तर प्रदेश सरकार से अनुरोध किया गया था कि वह मुफ्त में भूमि प्रदान करने के लिए आगे आए। इसके अलावा निर्माण लागत का कम से कम 50 फीसद धनराशि प्रदान करें, ताकि आगे की मंजूरी के लिए परियोजना को रेल मंत्रालय भेजा जा सके। लेकिन अभी तक राज्य सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। शासन का एक पत्र मिला है। इस परियोजना के संबंध में कोई पत्रावली कार्यालय में नहीं है। इससे अवगत कराया जा रहा है।

-आनंद कुमार नायक

उप भूमि अध्याप्ति अधिकारी, देवरिया

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