अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाना प्राथमिकता: डीआइजी
पुलिस पाठशाला में बीट पुलिस अधिकारियों को कराया कर्तव्य बोध पुलिस प्रणाली का मुख्य आधार बीट पुलिस अधिकारी
जागरण संवाददाता, देवरिया: पुलिस उप महानिरीक्षक गोरखपुर जे रविद्र गौड़ ने गुरुवार को पुलिस लाइन के प्रेक्षागृह में आयोजित पुलिस पाठशाला में महिला व पुरुष बीट पुलिस अधिकारियों को पुलिस के कर्तव्य का पाठ पढ़ाया तथा उनकी समस्याएं भी सुनीं।
डीआइजी गौड़ ने कहा कि कहा कि बीट पुलिस अधिकारियों का कर्तव्य है कि वह चौपाल लगाकर लोगों की समस्याएं सुनें। संबंधित विभाग के अधिकारियों के संज्ञान में लाएं व निराकरण कराने का प्रयास करें। अपराध व अपराधियों पर अंकुश लगाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए।
एसपी डा.श्रीपति मिश्र ने उनका स्वागत किया। उन्होंने सुसज्जित गार्द की सलामी ली। जिले के सभी थानों पर नियुक्त एक-एक सर्वोत्तम बीट पुलिस अधिकारी व टर्नआउट अच्छा पाए जाने पर 41 पुलिसकर्मियों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि बीट पुलिस अधिकारी को गांव का प्रत्येक व्यक्ति जाने, इसके लिए लोगों से बातचीत करें व कुशलक्षेम पूछें। पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ेगा। आपराधिक गतिविधियों की सूचना मिलेगी। विवेचक लंबित विवेचनाओं का निस्तारण समय से करें। कच्ची के धंधे, चोरी व लूट की घटनाओं पर लगाएं। रात में गश्त करें। लंबित जन शिकायतों व आइजीआरएस प्रार्थना पत्रों का गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध निस्तारण करें। सांप्रदायिक भावना भड़काने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करें। सड़क दुर्घटनाओं को रोकें। यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करें। बालिकाओं व महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराधों पर सख्त कार्रवाई करें। भूमि विवाद से संबंधित प्रकरणों में प्राप्त प्रार्थनापत्रों में राजस्व टीम के साथ समन्वय स्थापित कर मौके पर जाएं। निष्पक्ष जांच कर निस्तारित कराएं। इस मौके पर अपर पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सोनकर, क्षेत्राधिकारी नगर श्रीयश त्रिपाठी, क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर अंबिका राम, क्षेत्राधिकारी सलेमपुर कपिलमुनि, क्षेत्राधिकारी भाटपाररानी पंचमलाल, क्षेत्राधिकारी बरहज देवानंद, अर्चना, वाचक एसपी निरीक्षक गिरीजेश त्रिपाठी, भुवनेश कुमार राय आदि मौजूद रहे।