गरीबों के 43 आशियानों का काम अधूरा, बता दिया पूरा

किसी को एक तो किसी को मिली है दो किस्त कागज में आवास पूर्ण होने से उनका भुगतान नहीं हो पा रहा

By JagranEdited By: Publish:Wed, 22 Sep 2021 05:00 AM (IST) Updated:Wed, 22 Sep 2021 05:00 AM (IST)
गरीबों के 43 आशियानों का काम अधूरा, बता दिया पूरा
गरीबों के 43 आशियानों का काम अधूरा, बता दिया पूरा

जागरण संवाददाता, देवरिया : गरीबों के आशियाना निर्माण पर अधिकारी व कर्मचारी पानी फेर रहे हैं। विभागीय अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमानी के चलते जिले के 43 गरीबों के आशियाना आज भी अधूरे हैं। सलेमपुर विकास खंड में 2016 से अधूरे पांच आवासों को कागज में पूरा दिखा दिया गया है।

प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण व मुख्यमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत गरीबों को आशियाना दिया जा रहा है, ताकि गरीबों को छत मिल सके। आवास निर्माण पर सरकार का विशेष जोर है। हर दिन इसकी समीक्षा हो रही है। बावजूद इसके अधिकारी व कर्मचारी मनमानी से बाज नहीं आ रहे हैं। सलेमपुर विकास खंड के पांच गांवों में 2016 में आवास आवंटित किए गए। कुछ लाभार्थियों को एक व कुछ को दूसरी किस्त जारी की गई लेकिन पोर्टल पर उसे पूर्ण दिखा दिया गया है। उनका आशियाना या तो अधूरा है या फिर कर्ज लेकर आवास का निर्माण कराए हैं। भुगतान के लिए वह ब्लाक से लेकर जिला मुख्यालय तक दौड़ लगा रहे हैं। कागज में आवास पूर्ण होने से उनका भुगतान हीं हो पा रहा है। सलेमपुर विकास खंड के चकरवा बहोरदास के दो, चांदपलिया, धनगड़ा के एक-एक व बनकटा के बतरौली के एक लाभार्थी को एक किस्त के रूप में 40 हजार रुपये देने के बाद पूर्ण दिखाया गया है। बरहज के बड़का गांव व समोगर के एक-एक लाभार्थी को 50-50 हजार रुपये देकर पूर्ण दिखाया गया है।

सदर विकास खंड के बरडीह, कठिनइया, सलेमपुर के पड़री झिल्लीपार के एक, रुद्रपुर के एक लाभार्थी का 50-50 हजार रुपये भेज कर पूर्ण दिखा दिया गया है। इसके अन्य पात्रों को दो किस्त देकर पूर्ण दिखा दिया गया है। उन्हें तीसरी किस्त मिलनी चाहिए। जनपद में कुल 43 पात्रों के साथ ऐसा किया गया है। कुछ तकनीकी गड़बड़ी हुई है। बिना कार्य पूरा हुए ही पोर्टल पर पूर्ण दिखाया गया है। जल्द ही पात्रों के खाते में दूसरी व तीसरी किस्त भेज दी जाएगी। साथ ही दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। संजय कुमार पांडेय

पीडी, देवरिया

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