एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से परेशान रहे मरीज

पुलिस लाइन में 108 व 102 एंबुलेंस को डीएम ने खड़ा कराया कब्जे में लिया पूरा दिन परेशान रहे मरीज प्राइवेट वाहनों से पहुंचे जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 05:15 AM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 05:15 AM (IST)
एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से परेशान रहे मरीज
एंबुलेंस चालकों की हड़ताल से परेशान रहे मरीज

जागरण संवाददाता, देवरिया: जिले में एंबुलेंसकर्मियों की हड़ताल तीसरे दिन बुधवार को भी जारी रही। जिससे मरीजों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। गंभीर मरीजों को प्राइवेट वाहन व एंबुलेंस से जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज जाना पड़ा। मरीजों की परेशानी का पूरा फायदा प्राइवेट एंबुलेंस चालकों ने उठाया। इस दौरान मरीजों के स्वजन से मनमाना रुपये वसूल किए।

जिले में 102 व 108 एंबुलेंस की कुल संख्या 77 हैं। प्रतिदिन गंभीर मरीजों को घर से या घटना स्थल से अस्पताल पहुंचाते हैं। तीन दिन से मांगों को लेकर एंबुलेंस चालक आंदोलन कर रहे हैं। जिससे मरीजों की परेशानी बढ़ गई है। आंदोलन के दौरान इमरजेंसी के लिए मात्र छह एंबुलेंस चल रहे रहे थे। जिला प्रशासन ने कब्जे में एंबुलेंस लेने के बाद सभी 16 ब्लाक में एक-एक एंबुलेंस चलवाना शुरू किया। उसके बाद लोगों को थोड़ी राहत मिली। जिलाध्यक्ष सत्यवान सिंह ने कहा कि जब तक शीर्ष नेतृत्व से कोई वार्ता नहीं हो जाती है, हम लोग आंदोलन जारी रखेंगे।

इस दौरान संगठन के विवेक यादव, दीपक, नरेंद्र कुमार, अजीत कुमार, जितेंद्र कुमार, आशुतोष शुक्ल, शैलेंद्र सिंह, श्री राम सिंह, अरविद राय, धर्मेन्द्र पासवान, मौजूद रहे। मेरी बेटी रुबी को झटका आ रहा था। काफी प्रयास की लेकिन एंबुलेंस नहीं मिला। प्राइवेट वाहन से जिला अस्पताल ले आई हूं।

चंदा देवी, भैपुर, रुद्रपुर मेरे पति को टाइफाइड हो गया है। हालत गंभीर होने पर एंबुलेंस के लिए काल किया। लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली, प्राइवेट वाहन तय कर जिला अस्पताल ले आई हूं।

रंजनी देवी, महराजपुर, खुखुंदू। गांव में कुछ लोगों से विवाद हुआ। लोगों ने मेरे उपर हमला कर घायल कर दिया। घर के लोगों ने एंबुलेंस मंगाने का प्रयास किया लेकिन एंबुलेंस नहीं मिला।

पिकू, भलुआ दुबे, खुखुंदू। मेरी बेटी की तबीयत खराब थी। पूरे परिवार के लोग एंबुलेंस के लिए प्रयास किए लेकिन एंबुलेंस नहीं मिली। किसी तरह दो पहिया से ही जिला अस्पताल ले आए हैं। यहां इलाज चल रहा है।

बासमती देवी, तरइनी, रुद्रपुर।

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