देवरिया कांड : लड़कियों का मेडिकल परीक्षण बढ़ाएगा गिरिजा की मुसीबत

देवरिया में बाल गृह बालिका से बरामद 20 लड़कियों और तीन लड़कों का सोमवार की देर रात मेडिकल परीक्षण कराया गया। हालांकि इससे पहले लखनऊ से आई अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण रेणुका कुमार और अपर पुलिस महानिदेशक महिला हेल्प लाइन अंजू गुप्ता ने लड़कियों से बात की और उनके बयान को नोट किया। उनके बयान पर आगे की कार्रवाई तय है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 07 Aug 2018 09:01 AM (IST) Updated:Tue, 07 Aug 2018 09:01 AM (IST)
देवरिया कांड : लड़कियों का मेडिकल परीक्षण बढ़ाएगा गिरिजा की मुसीबत
देवरिया कांड : लड़कियों का मेडिकल परीक्षण बढ़ाएगा गिरिजा की मुसीबत

गोरखपुर : देवरिया में पुलिस द्वारा छापेमारी कर रेलवे स्टेशन रोड स्थित बाल गृह बालिका से बरामद 20 लड़कियों व 3 लड़कों का मेडिकल परीक्षण सोमवार की देर रात तक किया गया। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में निवर्तमान डीएम, पुलिस अधीक्षक, समेत आधा दर्जन से अधिक चिकित्सक मौजूद रहे। यहां मेडिकल कराने के लिए पुलिस ने चिकित्सकों की टीम को जो सूची सौंपी थी उसमें कुल 23 बच्चे थे, जिसमें 20 लड़कियां व 3 लड़के थे।

जिलाधिकारी कार्यालय से आवश्यक जानकारी लेने के बाद अपर मुख्य सचिव महिला कल्याण रेणुका कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक महिला हेल्पलाइन अंजू गुप्ता महिला चिकित्सालय पहुंचीं और लड़कियों से बात कीं। इस दौरान सभी लोगों को अधिकारियों ने बाहर कर दिया। आधे घंटे बंद कमरे में पूछताछ के बाद सभी अधिकारियों को अंदर बुलाया और मेडिकल परीक्षण का कार्य शुरू हुआ। मेडिकल रिपोर्ट में नाबालिगों के साथ दुष्कर्म की पुष्टि होनी तय मानी जा रही है। अगर इत्तफाकन ऐसा नहीं होता है तो भी कई ऐसी लड़कियां हैं जो प्रेमी संग फरार थी, जिन्हें पुलिस ने कुछ ही दिन पूर्व यहां रखवाया था। उनके साथ संबंध बनाने की पुष्टि तय है। ऐसे में संचालिका गिरिजा त्रिपाठी की मुश्किलें बढ़नी तय है।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर लखनऊ से देवरिया पहुंची दोनों महिला अधिकारियों ने काफी गहनता से लड़कियों से पूछताछ की और उनका बयान दर्ज किया। पत्रकारों से मुखातिब दोनों अधिकारियों ने बस दो टूक कहा शासन के निर्देश पर जांच की जा रही है। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

मतलब साफ है पुलिस और प्रशासन इस मामले को लेकर काफी गंभीर है। मुख्यमंत्री के सख्त तेवर से अधिकारियों के भी हाथ पांव फूल गए हैं। अधिकारी कुछ भी कहने से साफ तौर पर बचते रहे। उधर जिला अस्पताल में पुलिस ने गिरिजा त्रिपाठी व उसके पति मोहन त्रिपाठी का भी मेडिकल परीक्षण कराया। उसके बाद न्यायालय में पेश किया।

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महिला चिकित्सालय में मेडिकल परीक्षण, जिला अस्पताल में एक्स-रे

देवरिया के महिला चिकित्सालय में चिकित्सकों की टीम सीएमएस डा.माला सिन्हा की देखरेख में डा.अल्पना रानी, डा.हर्षिता व डा.स्वरूपमा यादव ने बारी-बारी से लड़कियों का मेडिकल परीक्षण किया। यहां से मेडिकल परीक्षण के बाद सभी को जिला चिकित्सालय भेजा गया, जहां सीएमएस डा.छोटेलाल की देखरेख में डा.केसी राय व एक्स-रे टेक्नीशियन रमेश यादव ने एक्स-रे किया। यह कार्रवाई देर रात तक चलती रही। सुरक्षा को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस कर्मी मुस्तैद रहे। इस दौरान तत्कालीन जिलाधिकारी सुजीत कुमार, सीमएमओ डा.धीरेंद्र कुमार, सीडीओ राजेश त्यागी, एसीएमओ डा.सुरेंद्र ¨सह, बाल रोग विशेषज्ञ डा.आरके श्रीवास्तव मौजूद रहे।

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