डेंगू की रोकथाम के प्रयास तेज, 21 हजार से अधिक स्थानों पर नष्ट किए गए लार्वा

शहर में डेंगू की रोकथाम की तैयारियां एक सितंबर से ही चल रही हैं। लेकिन एक सप्ताह के अंदर 16 नए मरीज मिल जाने से स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पांव फूल गए हैं। नौ टीमें विभिन्न क्षेत्रों में निरीक्षण कर मच्छरों के लार्वा नष्ट कर रही हैं।

By Navneet Prakash TripathiEdited By: Publish:Tue, 02 Nov 2021 04:26 PM (IST) Updated:Tue, 02 Nov 2021 04:26 PM (IST)
डेंगू की रोकथाम के प्रयास तेज, 21 हजार से अधिक स्थानों पर नष्ट किए गए लार्वा
डेंगू की रोकथाम के प्रयास तेज। प्रतीकात्‍मक फोटो

गोरखपुर, जागरण संवाददाता। शहर में डेंगू की रोकथाम की तैयारियां एक सितंबर से ही चल रही हैं। लेकिन एक सप्ताह के अंदर 16 नए मरीज मिल जाने से स्वास्थ्य विभाग के हाथ-पांव फूल गए हैं। तैयारियां तेज कर दी गई हैं। नौ टीमें विभिन्न क्षेत्रों में निरीक्षण कर मच्छरों के लार्वा नष्ट कर रही हैं। अभी तक 21 हजार से अधिक जल जमाव वाले स्थानों पर एंटी लार्वल का छिड़काव किया गया है।

धीरे-धीरे पांव पसार रहा डेंगू

सारी तैयारियों के बावजूद डेंगू को फैलने से रोकने में विभाग पूरी तरह नाकाम रहा है। सितंबर में लखनऊ व प्रयागराज से दो मरीज आए थे। उनके घरों के आसपास सफाई, एंटी लार्वल का छिड़काव व घर के सदस्यों को पानी जमा न होने देने के लिए जागरूक किया गया था। इसके बाद अभियान ठप हो गया। धीरे-धीरे डेंगू फैलने लगा। स्वास्थ्य विभाग के रिकार्ड में भले ही अभी तक डेंगू के सिर्फ 41 मरीज हैं, लेकिन शहर में लगभग पांच सौ लाेग इस बीमारी से पीड़ित हो चुके हैं। राहत की बात यह है कि अभी तक किसी की मौत नहीं हुई है।

एक चम्मच साफ पानी में भी पनप सकते हैं डेंगू के मच्छर

सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने बताया कि दो मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। तीन की रिपोर्ट अभी आई नहीं है। डेंगू की रोकथाम के लिए टीमें लगाई गई हैं। शहर को छह भागों में बांटकर एंटी लार्वल का छिड़काव कराया जा रहा है। डेंगू के मच्छर एक चम्मच साफ पानी में भी पनप सकते हैं। इसलिए अपने घर में या आसपास साफ पानी जमा न होने दें। कूलर का पानी भी लगातार बदलते रहें।

हर जगह बनाए गए डेंगू वार्ड

एहतियात के तौर पर बीआरडी मेडिकल कालेज में 70 बेड तथा जिला अस्पताल में 11 बेड का डेंगू वार्ड बना दिया गया है। इसके अलावा सभी 20 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में तीन-तीन बेड का डेंगू वार्ड बनाया गया है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों व हेल्थ वेलनेस सेंटरों पर जांच के लिए रैपिड किट उपलब्ध करा दी गई है।

वर्ष डेंगू से ग्रसित मौत

2016 168 00

2017 11 02

2018 25 00

2019 114 00

2020 09 00

2021 41 00

यह हैं डेंगू के लक्षण

त्वचा पर चकत्ते, तेज सिर दर्द, पीठ दर्द, आंखों में दर्द, तेज बुखार, मसूढ़ों से खून बहना, नाक से खून बहना, जोड़ों में दर्द, उल्टी, डायरिया।

स्वच्छता ही डेंगू से बचाव का उत्तम उपाय

सीएमओ डा. सुधाकर पांडेय ने कहा कि यह डेंगू का समय चल रहा है। स्वच्छता ही इससे बचाव का उत्तम उपाय है। इस बीमारी के मच्छर साफ पानी में पनपते हैं, इसलिए कहीं भी पानी जमा न होने दें। कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों के पानी पीने का बर्तन, फ्रिज की ट्रे आदि को हमेशा साफ करते रहने की जरूरत है। मच्छरदानी लगाकर सोएं। फुल पैंट-शर्ट पहनें।

chat bot
आपका साथी