Coronavirus in Gorakhpur: घर में आक्सीजन सिलेंडर रखने की मची होड़, प्रतिदिन हो रही 15 से 20 सिलेंडर की अतिरिक्त मांग Gorakhpur News
इस समय आक्सीजन खत्म हो जाने की अफवाह ने समस्या बढ़ा दी है। जरूरतमंद लोगों के अलावा भी 15 से 20 सिलेंडर की मांग ऐसे लोगों द्वारा की जा रही है जिन्हें अभी इसकी किसी तरह की कोई जरूरत नहीं।
गोरखपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए आक्सीजन की किल्लत को लेकर कई लोग सशंकित हैं। पर, गोरखपुर में अभी कोई किल्लत नहीं है। पर, कुछ लोग इस बात को स्वीकार करने को तैयार नहीं और भविष्य की तैयारियों में जुट गए हैं। इसका नतीजा यह है कि इस समय घर पर आक्सीजन सिलेंडर ले जाने की होड़ मच गई है। सामान्य दिनों में जितने आक्सीजन की जरूरत घर पर लोगों को होती थी, उसके अतिरिक्त 15 से 20 सिलेंडर की मांग इस समय रोज हो रही है।
अफवाह ने बढ़ाई समस्या
जिले में मेडिकल आक्सीजन बनाने वाले मोदी केमिकल्स के प्रवीण मोदी का कहना है कि डेढ़ क्यूबिक मीटर वाले छोटे आक्सीजन सिलेंडर का उत्पादन पहले से कम होता है। इसे एंबुलेंस में प्रयोग किया जाता है या घर पर पहले से जिनका इलाज चलता है, वे नियमित रूप से सिलेंडर ले जाते हैं। पर, इस समय आक्सीजन खत्म हो जाने की अफवाह ने समस्या बढ़ा दी है। जरूरतमंद लोगों के अलावा भी 15 से 20 सिलेंडर की मांग ऐसे लोगों द्वारा की जा रही है, जिन्हें अभी इसकी कोई जरूरत नहीं। यह सिलेंडर उनके गोदाम से या डीलर के यहां से ले जाए जा रहे हैं। पूछने पर लोगों का तर्क होता है कि एहतियातन सिलेंडर रख रहे हैं। पर, उन्हें इस बात का आभास नहीं है कि उनकी ओर से बिना किसी जरूरत के सिलेंडर घर पर रखने से किसी जरूरतमंद व्यक्ति के लिए समस्या खड़ी कर सकता है।
किसी भी कीमत पर आक्सीजन की कमी नहीं होगी
आक्सीजन का उत्पादन करने वाले प्रवीण मोदी कहते हैं कि आक्सीजन को लेकर अफवाह फैलाना गलत है। किसी भी कीमत पर इसकी कमी नहीं होगी। पिछली बार भी आक्सीजन की आपूर्ति बहाल थी, इस बार उत्पादन कुछ और बढ़ा है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे अनावश्यक घर में आक्सीजन न रखें। मोदी का कहना है कि देश में मांग के सापेक्ष आक्सीजन का अधिक उत्पादन होता है लेकिन इस समय मांग ज्यादा बढ़ जाने से कुछ शहरों में थोड़ी दिक्कत आयी है लेकिन उसका समाधान निकाल लिया जा रहा है।