पटरी से उतर गया कोरोनाकाल में डीएलएड का सत्र, दूसरे-तीसरे सेमेस्टर में ही फंसे प्रशिक्षु
डीएलएड की न तो सेमेस्टर परीक्षाएं हो रही हैं और न नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो रही है। इससे 2019 बैच में प्रवेश लेने वाले परेशान हैं। 2019 बैच का सत्र 6 अगस्त 19 को शुरू हुआ था।
गोरखपुर, जागरण संवाददाता। कोरोनाकाल में डीएलएड के तीन सत्र पटरी से उतर गए। न तो सेमेस्टर परीक्षाएं हो रही हैं और न नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो रही है। इससे 2019 बैच में प्रवेश लेने वाले परेशान हैं। 2019 बैच का सत्र 6 अगस्त 19 को शुरू हुआ था। कोरोना की पहली लहर में लिखित परीक्षा नहीं होने से प्रदेश सरकार ने इन प्रशिक्षुओं को दूसरे सेमेस्टर में प्रोन्नत करने का निर्णय लिया। उसके बाद नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने इनको द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा ली। इसका परिणाम 28 जनवरी 2021 को घोषित हुआ। दूसरे सेमेस्टर में पंजीकृत प्रशिक्षुओं में से फेल प्रशिक्षुओं ने स्क्रूटनी को आवेदन किया। इसका परिणाम अभी नहीं आया।
शून्य हुआ 2020 का सत्र
इस समय दो वर्षीय प्रशिक्षण पूरा होने जा रहा है और प्रशिक्षु दूसरे-तीसरे सेमेस्टर में ही फंसे हैं। कोरोना के चलते डीएलएड 2020 सत्र शून्य हो गया और 2021 की प्रवेश प्रक्रिया भी शुरू नहीं हो सकी है। शासन की ओर से 16 जून को जारी समय सारिणी के अनुसार 20 जुलाई से आनलाइन आवेदन शुरू होने हैं। यदि सब समय से होता है तो भी सत्र सात सितंबर से शुरू हो सकेगा। जबकि नियमत: डीएलएड प्रशिक्षण जुलाई में शुरू हो जानी चाहिए थी।
जिले में हैं डीएलएड की 3500 सीटें
जनपद में डीएलएड की कुल 3500 सीटें हैं। इनमें डायट में दो सौ तथा जिले के 48 निजी डीएलएड कालेजों में लगभग 3300 सीटें हैं। जिन पर प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की जानी है। कोरोनाकाल में कालेज बंद होने के कारण आनलाइन कक्षाएं तो संचालित हुईं, लेकिन परीक्षा आयोजित नहीं की जा सकी। तीसरे सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं में अभी भी ऊहापोह की स्थिति है कि उन्हें प्रोन्नत किया जाएगा या उनकी परीक्षा होगी।
डीएलएड प्रशिक्षण-2021 में प्रवेश के लिए समय सारिणी जारी हो चुकी है। प्रवेश मेरिट के आधार पर होंगे। समय सारिणी के तहत ही प्रवेश की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। - डा. भूपेंद्र कुमार सिंह, प्राचार्य डायट।