गोरखपुर में ब्लैक फंगस के दो मरीजों की मौत, यह है लक्षण- इससे ऐसे बचें

गोरखपुर में दो अस्पतालों में भर्ती ब्लैक फंगस के लक्षण वाले दो मरीजों की मौत हो गई है। दोनों को कोरोना संक्रमण के बाद सांस लेने में दिक्कत के बाद अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। हालांकि डाक्टर इनकी मौत की वजह कोरोना संक्रमण को ही बता रहे हैं।

By Pradeep SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 17 May 2021 08:05 AM (IST) Updated:Tue, 18 May 2021 09:07 AM (IST)
गोरखपुर में ब्लैक फंगस के दो मरीजों की मौत, यह है लक्षण- इससे ऐसे बचें
गोरखपुर में ब्‍लैक फंगस के दो मरीजों की मौत हो गई है। - प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर

गोरखपुर, जेएनएन। ब्लैक फंगस जानलेवा होने लगा है। शहर के दो अस्पतालों में भर्ती ब्लैक फंगस के लक्षण वाले दो मरीजों की मौत हो गई है। दोनों को कोरोना संक्रमण के बाद सांस लेने में दिक्कत के बाद अस्पतालों में भर्ती कराया गया था। हालांकि डाक्टर इनकी मौत की वजह कोरोना संक्रमण को ही बता रहे हैं। शहर में नेत्र रोग और नाक, कान व गला रोग विशेषज्ञों के पास ब्लैक फंगस के लक्षणों वाले मरीजों का आना शुरू हो गया है। बाबा राघवदास मेडिकल कालेज में भर्ती दो मरीजों में लक्षण मिले हैं। डाक्टर इन मरीजाें का इलाज कर रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के पास अब तक किसी मरीज के मिलने की कोई सूचना नहीं है।

लखनऊ में चल रहा इलाज

शहर में ब्लैक फंगस के लक्षण वाले 30 से ज्यादा मरीज डाक्टरों के पास पहुंच चुके हैं। सपा के पार्षद के पति का किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय लखनऊ में इलाज चल रहा है। उनकी दाहिनी आंख खराब हो गई है। 50 वर्षीय व्यक्ति को लखनऊ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी भी एक आंख खराब हो गई है।

एक मरीज का हुआ आपरेशन

शहर के एक नाक, कान व गला रोग विशेषज्ञ ने ब्लैक फंगस की चपेट में आए मरीज का आपरेशन किया है। मरीज के नाक और जबड़े में अभी संक्रमण पहुंचा था। मरीज के नाक के खून आ रहा था। नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. अनिल श्रीवास्तव ने बताया कि ओपीडी में 20 से ज्यादा मरीज आ चुके हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञ डा. रजत कुमार ने बताया कि ब्लैक फंगस के लक्षणों वाले मरीज न सिर्फ गोरखपुर और आसपास के जिलों के आ रहे हैं वरन बिहार से भी मरीजों का आना जारी है। जिनमें संक्रमण आंख में फैल चुका है उन्हें हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी जा रही है।

फोन से दे रहे लक्षणों की जानकारी

बाबा राघवदास मेडिकल कालेज के विशेषज्ञों को फोन कर कई मरीजों ने ब्लैक फंगस जैसे लक्षण दिखने की जानकारी दी है। डाक्टरों ने उन्हें इलाज के लिए परामर्श दिया है।

दवाओं की न हो कमी

ब्लैक फंगस के बढ़ते मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों के साथ समीक्षा की है। समीक्षा के बाद स्वास्थ्य विभाग को इलाज की व्यवस्था सुदृढ़ करने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं। सीएम ने दवाओं की पर्याप्त व्यवस्था के निर्देश दिए हैं।

यह हैं लक्षण

कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके या संक्रमित मरीजों की नाक में दर्द, नाक के रास्ते खून आना, नाक बंद हो जाना, दांत या जबड़े में दर्द, आंखों के सामने धुंधलापन, दोहरा दिखाई देना, गालों पर काले चक्कते, आंख के नीचे काले चक्कते पड़ना, चेहरे पर सूजन, कम दिखाई देने के लक्षण दिखें तो सतर्क हो जाना चाहिए।

अभी स्वास्थ्य विभाग में किसी ने ब्लैक फंगस के लक्षण वाला मरीज मिलने की जानकारी नहीं दी है। यह बीमारी दवा और आपरेशन से ठीक हो जाती है। बीमारी को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। बीआरडी मेडिकल कालेज में इलाज के इंतजाम हैं। - डा. सुधाकर पाण्डेय, सीएमओ

chat bot
आपका साथी